निश्चय टाइम्स, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में बंदरों की रहस्यमयी मौतों ने सनसनी फैला दी है। जिले के अमसेरूआ गांव में बीते दो दिनों के भीतर 14 बंदरों के शव बरामद किए गए, जिससे ग्रामीणों के साथ वन विभाग भी सकते में आ गया। प्रथम दृष्टया जांच में चिकित्सकों ने आशंका जताई है कि इन बंदरों की मौत जहरीला पदार्थ खाने से हुई है। मामला शुक्रवार शाम का है, जब गांव के कुछ लोगों ने पानी की टंकी के पास दो बंदरों के मृत पाए जाने की सूचना क्षेत्रीय वन दरोगा सचिन कुमार पटेल को दी। सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचे और आसपास की तलाशी के दौरान धान के खेत में सात और बंदरों के शव बरामद किए। हालांकि अंधेरा होने के कारण टीम को जांच बीच में ही रोकनी पड़ी और शवों को कब्जे में लेकर गांव लौटना पड़ा।शनिवार सुबह जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो वहां पांच और बंदरों के शव पड़े मिले। इसके अलावा एक बंदर गंभीर हालत में तड़पता हुआ मिला। वन विभाग की टीम ने तुरंत उसे इलाज के लिए नजदीकी पशु चिकित्सालय भेजा, जबकि बाकी मृत बंदरों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। अधिकारियों का कहना है कि बंदरों की मौत के पीछे जहर का सेवन प्रमुख कारण हो सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही होगी।
इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि बंदरों की मौत से वे भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि जहरीला पदार्थ इंसानों के लिए भी खतरा बन सकता है। वन विभाग ने अज्ञात लोगों के खिलाफ कोठी थाने में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत प्राथमिक दर्ज कराई है। वहीं, वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी अपील की कि लोग ऐसे किसी भी संदेहास्पद मामले की तुरंत जानकारी विभाग को दें। घटना के बाद वन्य जीव संरक्षण की सुरक्षा व्यवस्थाओं और गांव में बढ़ते मानवीय हस्तक्षेप पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
