बरेली: जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। नगर निगम ने सिविल लाइंस स्थित नावल्टी चौराहे के पास धर्मस्थल के नजदीक बने आईएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता डॉ. नफीस के ऑफिस सहित 74 दुकानों को सील कर दिया। अधिकारियों के अनुसार ये सभी निर्माण नजूल की जमीन और नाले के ऊपर अवैध रूप से किए गए थे। निगम अब इन अतिक्रमणों को ध्वस्त करने की तैयारी कर रहा है और जल्द ही बुलडोजर कार्रवाई हो सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, वक्फ संपत्ति बताकर डॉ. नफीस इन दुकानों से किराया वसूलता था। निगम ने कई बार नोटिस जारी किए थे, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई थी। सोमवार दोपहर अपर नगर आयुक्त शशिभूषण राय की अगुवाई में टीम मौके पर पहुंची। मजिस्ट्रेट और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में दुकानों को खाली कराया गया और सभी को सील कर दिया गया। इस दौरान डॉ. नफीस का ऑफिस भी सील कर दिया गया।
उधर, बवाल के मामले में पुलिस ने लगातार कार्रवाई तेज कर दी है। सोमवार को आईएमसी के पूर्व जिलाध्यक्ष और मुख्य आरोपी नदीम खां समेत 29 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इनमें से 15 आरोपियों को बारादरी पुलिस और 14 को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया।
जांच के दौरान पुलिस ने नदीम खां की निशानदेही पर बवाल के दौरान लूटा गया वायरलेस हैंडसेट भी बरामद कर लिया। आरोप है कि इसी वायरलेस से नदीम पुलिस की गतिविधियों और फोर्स के मूवमेंट पर नजर रख रहा था। वहीं, शिकारपुर चौधरी निवासी आरोपी जफरुद्दीन के पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद हुआ है।
नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के बाद इलाके में सुरक्षा और चौकसी बढ़ा दी गई है ताकि कोई अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो।
