बाबू सिंह कुशवाहा और अखिलेश यादव ने की न्यायिक जांच की मांग
जेल में कैदी से विवाद के बाद अलमारी के हिस्से से हमला
2017 में दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार हुए थे गायत्री प्रजापति
हापुड़: उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और सपा नेता गायत्री प्रजापति पर जेल में हुए हमले ने सियासी हलचल तेज कर दी है। घटना के बाद समाजवादी पार्टी के सांसद बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि जेल में इस तरह की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं और इसकी गहन जांच होनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि हमला किसने और क्यों किया? क्या यह महज विवाद था या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश छिपी है?
इसी बीच, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी घटना पर नाराज़गी जताते हुए निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि “जब पूर्व मंत्री जेल में सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिक खुद को कैसे सुरक्षित समझेंगे?”
अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को लखनऊ जिला जेल में गायत्री प्रजापति और एक कैदी के बीच कहासुनी हो गई। सफाई ड्यूटी पर तैनात कैदी ने गुस्से में आकर अलमारी के स्लाइडिंग हिस्से से उन पर वार कर दिया। घटना में घायल प्रजापति को तुरंत जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। डीजी जेल के मुताबिक अब उनकी स्थिति सामान्य है।
हालांकि, गायत्री प्रजापति ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उन पर एक “शातिर अपराधी” ने हमला किया। उन्होंने कहा, “मेरा किसी से कोई विवाद नहीं था, सब अचानक हुआ। मेरी जान बची, यह सौभाग्य की बात है।”
गौरतलब है कि गायत्री प्रजापति को 2017 में सामूहिक दुष्कर्म और नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। तब से वे लगातार जेल में बंद हैं।
