संभल जिले में शनिवार को समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को पुलिस ने उनके दीपा सराय स्थित आवास पर रोक दिया। पुलिस प्रशासन ने इस कार्रवाई का कारण बरेली में लागू धारा 163 का हवाला दिया। सांसद बर्क अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ बरेली जाने वाले थे, जहां वे कथित रूप से पीड़ित लोगों से मुलाकात करना चाहते थे।
सपा सांसद ने इस पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल को पीड़ितों से मिलने भेजा जा रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की यह कार्रवाई राजनीतिक रूप से प्रेरित है और सरकार विपक्ष की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही है।
शनिवार सुबह करीब 11 बजे सांसद जियाउर्रहमान बर्क कुछ कार्यकर्ताओं के साथ अपने घर से निकलने ही वाले थे कि नखासा और रायसत्ती थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और उन्हें बरेली न जाने की हिदायत दी। इसके बाद सांसद अपने आवास पर लौट आए और वहीं मीडिया से बातचीत की।
बर्क ने कहा, “हम केवल पीड़ितों से मिलने और उनकी समस्याएं सुनने जा रहे थे। लेकिन सरकार और प्रशासन की मंशा साफ नहीं है, इसलिए हमें रोका जा रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही धारा 163 हटेगी, वे प्रतिनिधिमंडल के साथ बरेली जाएंगे।
इधर देर शाम तक सांसद के आवास पर पुलिस की तैनाती बनी रही और पूरा इलाका सुरक्षा घेरे में रहा। कार्यकर्ताओं का भी उनके घर पर जमावड़ा लगा रहा। सांसद ने कहा कि प्रशासन द्वारा इस तरह से जनप्रतिनिधियों की आवाज दबाना लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है।
