बहराइच: कैसरगंज वन क्षेत्र के मझरा तौकली और आसपास के गाँवों में आतंक फैलाने वाले भेड़िये को गुरुवार तड़के वन विभाग की टीम ने मार गिराया। यह कार्रवाई सुबह करीब 4 बजे हुई जब वन अधिकारियों ने मझरा तौकली के भृगुपुरवा गाँव में चलाए जा रहे अभियान के दौरान भेड़िये को घेर लिया।
अभियान का नेतृत्व बहराइच के पूर्व वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने किया, जो वर्तमान में गाजीपुर में तैनात हैं। सिंह के साथ वन प्रहरी रफीक, ड्रोन ऑपरेटर सोहम दत्ता और मोहती, तथा स्थानीय ग्रामीण हीरा और मुल्ला अभियान में शामिल थे। सिंह ने बताया कि टीम ने लगभग एक किलोमीटर तक पीछा करने के बाद 12 बोर की बंदूक से गोली चलाकर भेड़िये को मार गिराया। मारे गए भेड़िये की उम्र करीब पाँच साल थी और वह नर था।
पशु चिकित्सक दीपक वर्मा ने शव परीक्षण के बाद बताया कि भेड़िये में कोई संक्रमण नहीं था। विसरा जांच के लिए बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) भेजा गया है। फिलहाल विभाग ने इलाके में गश्त और ड्रोन निगरानी बढ़ा दी है ताकि आगे कोई घटना न हो।
हाल के महीनों में इस क्षेत्र में भेड़ियों के हमलों से छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें चार बच्चे शामिल थे। पिछले साल भी महसी क्षेत्र में ऐसे हमलों में 10 लोगों की जान गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 सितंबर को प्रभावित इलाकों का दौरा किया था और निर्देश दिया था कि पकड़े न जा सकने वाले भेड़ियों को गोली मार दी जाए।
