उत्तर प्रदेश के बदायूं ज़िले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने संगठन में अनुशासन और एकजुटता को लेकर बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब सपा में किसी भी स्तर पर गुटबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी के तहत बदायूं जिले की सभी फ्रंटल इकाइयों को भंग कर दिया गया है। जिला कार्यकारिणी को भी भंग करते हुए केवल जिलाध्यक्ष को पद पर बनाए रखा गया है।
शिवपाल यादव अपने दो दिवसीय बदायूं दौरे पर थे। उनके आगमन से पहले ही सपा के प्रदेश कार्यालय से आदेश जारी कर सभी फ्रंटल संगठनों — युवा सभा, छात्र सभा, महिला सभा, लोहिया वाहिनी और प्रकोष्ठों — को तत्काल प्रभाव से भंग करने के निर्देश दे दिए गए थे। रविवार को सहसवान में उन्होंने दहगवां चौराहे पर एक होटल और हाल का उद्घाटन किया, जहाँ सपा सांसद आदित्य यादव और विधायक बृजेश यादव समेत कई नेता मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान शिवपाल यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में विकास कार्यों को ठेकेदारी के हवाले कर दिया गया है और ज़्यादातर काम गुजरात की कंपनियों को दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता के असली मुद्दे — महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार — अब भी जस के तस हैं।
सपा सांसद आदित्य यादव ने कार्यकर्ताओं से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि अब हवा में चुनाव लड़ने का समय नहीं है। अगर हम सब मिलकर काम करें तो सपा हर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज कर सकती है।
सभा में पूर्व मंत्री ओमकार सिंह यादव, पूर्व सांसद सलीम इकबाल शेरवानी, विधायक रामखिलाड़ी सिंह यादव सहित कई वरिष्ठ नेता और सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
पत्रकारों से बातचीत में शिवपाल यादव ने मायावती पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे भाजपा से मिली हुई हैं, और जो भाजपा कहती है, वही करती हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार चुनाव में राजद की जीत होगी और तेजस्वी यादव की सरकार बनेगी।
स्वामी प्रसाद मौर्य पर टिप्पणी करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि वे उनके मित्र हैं, लेकिन “वो कब क्या बोल दें, यह कोई नहीं जानता।” उन्होंने चुनाव आयोग से निष्पक्ष चुनाव कराने की अपील की और कहा कि सपा अब पूरी मजबूती के साथ जनता के मुद्दों पर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।





