क्लाइमेट चेंज एजेंडा पर संस्था ‘बुनियाद’ की कार्यशाला में ईंट भट्टा उद्योग के श्रमिकों के कौशल प्रशिक्षण पर दिया गया जोर
लखनऊ के होटल रेडीसन में शुक्रवार को ईंट भट्टा उद्योग एसोसिएशन से जुड़े क्षेत्र में कार्यरत संस्था ‘बुनियाद’ द्वारा क्लाइमेट चेंज एजेंडा विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के मिशन निदेशक पुलकित खरे ने कहा कि “बुनियाद” संस्था की यह पहल सराहनीय है, क्योंकि यह न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम है, बल्कि श्रमिकों के जीवनस्तर को सुदृढ़ करने का भी माध्यम है।
उन्होंने कहा कि ‘ईंट निर्माण से देश निर्माण’ केवल एक नारा नहीं, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण का सशक्त संदेश है। विकसित भारत के निर्माण में ईंट की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। देश में लगभग दो करोड़ श्रमिक ईंट भट्टों में कार्यरत हैं, जिनमें से लगभग 30 लाख श्रमिक उत्तर प्रदेश से हैं। इन श्रमिकों का कौशल प्रशिक्षण समय की मांग है, जिससे वे आधुनिक तकनीक से जुड़कर पर्यावरण के अनुकूल उत्पादन प्रक्रिया में भागीदार बन सकें।
मिशन निदेशक ने कहा कि कौशल विकास मिशन ऐसे सभी क्षेत्रों के श्रमिकों को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने ईंट उद्योग से जुड़े संगठनों से अपील की कि वे भी श्रमिकों के कौशल उन्नयन और हरित तकनीकों को अपनाने में आगे आएं।
कार्यशाला में क्लाइमेट चेंज, स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग, पर्यावरणीय जिम्मेदारी, और सतत विकास पर विशेषज्ञों द्वारा विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।





