आराधना मिश्रा बोलीं, SIR प्रोग्राम संवैधानिक नहीं
उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ने शनिवार को आरोप लगाया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम का कोई संवैधानिक आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी द्वारा प्रायोजित योजना है जिसका उद्देश्य “वोटों की चोरी” करना है। लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा, उज्ज्वल रमण सिंह और वरिष्ठ नेता पी.एल. पुनिया के साथ मिलकर यह आरोप लगाए।
आराधना मिश्रा ने बताया कि इस साल 7 अगस्त को राहुल गांधी द्वारा “वोट चोरी” पर चिंता जताने के बाद कांग्रेस ने चुनावी धांधली को उजागर करने के लिए देशभर में अभियान शुरू किया। हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनावों में उन्होंने कहा कि कुल 2 करोड़ मतदाताओं में से लगभग 25 लाख वोट चोरी हुए, यानी हर आठ में से एक वोट फर्जी था।
उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा में 5,21,619 नकली मतदाताओं की पहचान की गई है, बावजूद इसके चुनाव आयोग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। मिश्रा ने कहा, “राहुल गांधी ने वोट चोरी का सच साबित कर दिया है। यहां तक कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जिन 3.5 लाख मतदाताओं ने वोट डाले थे, उनके नाम विधानसभा चुनाव से पहले हटा दिए गए।”
कांग्रेस ने 15 सितंबर से 8 नवंबर तक “वोट चोर गद्दी छोड़” नाम से एक राष्ट्रव्यापी हस्ताक्षर अभियान चलाया, जिसमें उत्तर प्रदेश से 17.95 लाख हस्ताक्षर मिले। अब नवंबर के आखिरी हफ्ते में दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली आयोजित की जाएगी, जहां देशभर से एकत्रित 5 करोड़ हस्ताक्षर राष्ट्रपति को सौंपे जाएंगे।




