नोएडा: पूर्व मंत्री और सांसद डीपी यादव, उनकी पत्नी, बेटे समेत नौ लोगों पर एक बड़े संपत्ति विवाद में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला नोएडा के सलारपुर गांव का है, जहां संपत्ति मालिक अशोक वाडिया ने आरोप लगाया है कि आरोपितों ने फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर उनकी जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश की और देखरेख करने वालों को जान से मारने की धमकी दी।
शिकायत के अनुसार, सलारपुर गांव में करीब 14 हजार वर्ग मीटर जमीन का मालिकाना हक अशोक वाडिया के पास है। वर्ष 1989 में गोरखपुर के पवन जिंदल ने अपना हिस्सा वाडिया को बेच दिया था, जिसके बाद वाडिया ने बाकी जमीन भी अन्य लोगों से खरीद ली थी। साल 2001 से यह जमीन पूरी तरह अशोक वाडिया के नाम दर्ज है।
अशोक वाडिया का आरोप है कि पवन जिंदल ने पूर्व मंत्री डीपी यादव, सुरेश गोलय, देवेश यादव, रामफल शर्मा, उमलेश यादव, कुनाल यादव, रविंद्र सिंह, अभय उपाध्याय और अन्य लोगों के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा कर अगस्त 2025 में जमीन का विक्रय पत्र आरोपितों के नाम दिखा दिया। इसके बाद ये लोग कथित तौर पर जमीन पर कब्जा लेने पहुंच गए। विरोध करने पर उन्होंने धमकाया और रास्ता रोककर जान से मारने की कोशिश की।
मामले की जानकारी मिलते ही अशोक वाडिया ने अदालत का रुख किया। कोर्ट के आदेश पर सेक्टर 126 थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि पूर्व मंत्री डीपी यादव समेत नौ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और धमकी की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।




