Uttar Pradesh: गाजियाबाद पुलिस विभाग में गुरुवार देर रात उस समय बड़ी कार्रवाई हुई जब लोहिया नगर क्राइम ब्रांच ऑफिस में एक विशेष टीम ने छापेमारी कर एक इंस्पेक्टर को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई गाजियाबाद पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया था कि इंस्पेक्टर ने सिरप स्कैम केस में लाभ पहुंचाने के बदले भारी रकम की मांग की थी।
अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार इंस्पेक्टर की पहचान रमेश सिद्धू के रूप में हुई है, जो सिरप स्कैम की जांच के लिए बनाई गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को लीड कर रहा था। आरोप है कि उसने नंदग्राम थाने में दर्ज इस मामले में पहले गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से जुड़े एक परिचित व्यक्ति से लगभग ₹4 लाख की रिश्वत ली थी।
सिटी ज़ोन DCP धवल जायसवाल ने बताया कि 20 नवंबर को उन्हें यह गुप्त जानकारी मिली थी कि इंस्पेक्टर गलत तरीके से मामले में आरोपी पक्ष को फायदा पहुंचाने के लिए कैश की मांग कर रहा है। जांच टीम ने तत्परता दिखाते हुए गुरुवार रात क्राइम ब्रांच ऑफिस में छापा मारा, जहां इंस्पेक्टर की प्राइवेट कार से ₹3.87 लाख नगद बरामद हुए।
इसके बाद इंस्पेक्टर रमेश सिद्धू और राहुल शर्मा नामक एक व्यक्ति के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट और BNS सेक्शन 173 (रिश्वत से संबंधित प्रावधान) के तहत FIR दर्ज की गई। पुलिस का कहना है कि राहुल शर्मा वही व्यक्ति हो सकता है जो पहले गिरफ्तार हुए सिरप स्कैम के आरोपियों से जुड़ा है और उसी ने इंस्पेक्टर को रिश्वत दी थी। शर्मा से पूछताछ जारी है।
DCP धवल जायसवाल ने आगे कहा कि इंस्पेक्टर सिद्धू को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है और उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की जा रही है। यह मामला पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ लिए गए सख्त रुख को दर्शाता है।
इससे पहले 4 नवंबर को सोनभद्र पुलिस से मिली सूचना के आधार पर गाजियाबाद पुलिस ने सिरप स्कैम में बड़ी कार्रवाई करते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। छापेमारी के दौरान दिल्ली–मेरठ रोड स्थित एक वेयरहाउस से चार ट्रकों में छिपाकर रखी गई 15.7 लाख से अधिक प्रतिबंधित कफ सिरप की शीशियां जब्त की गई थीं।




