पेरिस ओलंपिक में गोल्ड के लिए फाइनल मुक़ाबले में उतरने से पहले भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य करार दिया गया है.
इसका मतलब है कि 50 किलोग्राम भार वर्ग के इवेंट के फ़ाइनल मुक़ाबले से विनेश बाहर हो गई हैं. इसी के साथ विनेश अब ओलंपिक में कोई मेडल नहीं जीत सकेंगी.
भारतीय ओलंपिक संघ ने इस बारे में खेद जताया है.
आईओए की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “बेहद खेद के साथ हम विनेश फोगाट के 50 किलोग्राम भार वर्ग के महिला कुश्ती इवेंट से अयोग्य घोषित होने की ख़बर साझा कर रहे हैं. रातभर टीम की ओर से भरसक प्रयासों के बावजूद विनेश का वज़न आज सवेरे 50 किलो से कुछ ग्राम अधिक पाया गया.”
पीएम मोदी और परिवार ने क्या कहा
विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित दिए जाने पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी है.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “विनेश आप चैंपियनों की चैंपियन हैं. आप भारत का गौरव और हर एक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं. आज के सेटबैक ने दुखी किया है. काश मैं जिस पीड़ा को अनुभव कर रहा हूं उसे शब्दों में कह पाता.”
पीएम मोदी ने कहा, “मैं जानता हूं कि आप में लड़ने की क्षमता है. चुनौतियों से टक्कर लेना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है. आप और मज़बूत होकर लौटिए. इस घड़ी में हम आपके साथ खड़े हैं.”
नेताओं की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने विनेश के अयोग्य करार दिए जाने पर कहा, “विनेश की जीत बहुत प्रशंसनीय थी. उन्होंने साहस, सामर्थ्य और भरसक प्रतिबद्धता दिखाई. मेरे लिए तो उन्होंने हमारा दिल जीत लिया है. मैं तकनीकी वजहों से उनको अयोग्य करार दिए जाने से बेहद निराश हूं.”
थरूर बोले, ”मैं नहीं जनता कि ये कैसे हुआ. मेरे लिए जो सबसे दुख की बात है वो ये कि उनकी सारी मेहनत का वह इनाम नहीं मिला, जिनके वह काबिल थीं.”
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस घटनाक्रम को देश का अपमान बताया है.
उन्होंने ट्वीट किया, “ये विनेश नहीं देश का अपमान है. विनेश फोगाट पूरी दुनिया में इतिहास रचने जा रही थीं, उनको 100 ग्राम ओवररेट दिखाकर अयोग्य घोषित करना घोर अन्याय है. पूरा देश विनेश के साथ खड़ा है. भारत सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे, अगर बात न मानी जाए तो ओलंपिक का बहिष्कार करें.”
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले की जाँच-पड़ताल की मांग की है.
उन्होंने ट्वीट किया, “विनेश फोगाट के फ़ाइनल में न खेल पाने की चर्चा की तकनीकी कारणों की गहरी जाँच-पड़ताल हो और सुनिश्चित किया जाए कि सच्चाई क्या है और इसके पीछे की असली वजह क्या है.”
हालांकि बजरंग पूनिया ने ये भी कहा, “विनेश फोगाट का वहां खड़ा रहना ही हमारे लिए मेडल है.”
बृजभूषण के ख़िलाफ़ धरने पर बैठी थीं विनेश
विनेश फोगाट बीते साल कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने वाले पहलवानों में से एक थीं.
इन पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर महिला एथलीटों के साथ यौन उत्पीड़न के लगाए थे. हालांकि बीजेपी नेता ने इन आरोपों को ख़ारिज किया था.
लंबे समय तक धरना देने की वजह से विनेश अभ्यास से दूर थीं. हालांकि, छह अगस्त को जब उन्होंने जापान की युई सुसाकी को हराया तो हर तरफ़ उनकी वाहवाही होने लगी.
इसके बाद वह सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले में क्यूबा की गुजमैन लोपेज को एकतरफ़ा मैच में हराकर फ़ाइनल तक पहुंची थीं.

Author: Sweta Sharma
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