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कोलकाता डॉक्टर मर्डर केस: ‘यह सिर्फ एक मर्डर का मामला नहीं’, सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों की सुरक्षा पर जताई चिंता

कोलकाता, 17 अगस्त 2024: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले ने देशभर में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस घटना ने न केवल बंगाल में बल्कि पूरे देश में महिला डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए इसे केवल एक हत्या का मामला नहीं, बल्कि डॉक्टरों की सुरक्षा से जुड़ा व्यापक मुद्दा बताया है।
सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने आज इस मामले में सुनवाई करते हुए डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की। कोर्ट ने कहा कि यह केवल एक मर्डर का मामला नहीं है, बल्कि इससे जुड़ी कई गंभीर समस्याएं हैं। कोर्ट ने कहा कि डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है, ताकि वे बिना किसी डर के अपनी सेवाएं दे सकें।
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन की याचिका
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) ने इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है, जिसमें कोलकाता केस का शीघ्र ट्रायल कराने की मांग की गई है। डीएमए ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से देशभर में डॉक्टरों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है, और ऐसे मामलों में तेजी से न्याय मिलना चाहिए।
राज्यपाल सीवी आनंद बोस की दिल्ली यात्रा
इस बीच, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात करेंगे और बंगाल में चल रहे विरोध प्रदर्शनों की जानकारी देंगे। सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल बोस गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर सकते हैं।
बंगाल की कानून-व्यवस्था पर सवाल
राज्यपाल बोस ने सोमवार को बंगाल की कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने राजभवन में महिला नेताओं और डॉक्टरों से मुलाकात की और कहा कि मौजूदा सरकार ने राज्य को महिलाओं के लिए असुरक्षित बना दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट की चिंता
सुप्रीम कोर्ट ने सोशल मीडिया पर पीड़िता की तस्वीरें वायरल होने पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। कोर्ट ने कहा कि इस तरह की घटनाएं पीड़िता के परिवार और समाज के लिए बेहद दुखदायी होती हैं, और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस तरह की संवेदनशील जानकारियों को सार्वजनिक न किया जाए।
यह घटना देश के चिकित्सा समुदाय के लिए एक गंभीर चेतावनी के रूप में उभरी है, और डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार और न्यायपालिका दोनों को मिलकर काम करना होगा।
Sweta Sharma
Author: Sweta Sharma

I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.

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