नई दिल्ली। देश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण स्थिति गंभीर होती जा रही है। दिल्ली से लेकर गुजरात और राजस्थान तक विभिन्न राज्यों में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। गुजरात में हालात सबसे अधिक बिगड़े हुए हैं, जहां भारी बारिश के बाद बाढ़ का कहर देखा जा रहा है। राज्य में नदियां उफान पर हैं और बाढ़ के कारण 30 लोगों की मौत हो चुकी है।
गुजरात में बाढ़ की गंभीर स्थिति
गुजरात में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। राज्य के कई जिलों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तट रक्षक बल के जवानों को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है। अभी तक कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और राहत सामग्री का वितरण जारी है।
मौसम विभाग ने गुजरात के 11 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि कुछ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया है और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
गुजरात के देवभूमि द्वारका में फंसे चार लोगों को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा बचाया गया। भारतीय सेना की छह टुकड़ियां राज्य के सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान चला रही हैं, जिससे वहां फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
अन्य राज्यों में भी बारिश का कहर
गुजरात के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी बारिश का कहर जारी है। मौसम विभाग ने दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश समेत 14 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली-एनसीआर में देर रात हुई तेज बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। इससे ट्रैफिक जाम हो गया और सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। सुबह ऑफिस जाने वाले लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
#WATCH | Delhi: Following incessant heavy rainfall in the National Capital, waterlogging and traffic jams are being seen in many places. Visuals from Shankar Vihar near Dhaula Kuan. pic.twitter.com/mre3TZcR4A
— ANI (@ANI) August 29, 2024
उत्तर प्रदेश में भी बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है। राजधानी लखनऊ में बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया है, लेकिन राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बिहार में भी बारिश के आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग ने बताया कि अगले एक से दो दिनों में बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने के कारण प्रदेश के कई जिलों में वर्षा की स्थिति में सुधार के आसार हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी और प्रशासन की तैयारी
मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विभाग ने कहा है कि अगले कुछ दिनों में मौसम में और भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। विभाग ने खासकर उन इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है, जहां पहले से ही भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है।
प्रशासन ने भी स्थिति को गंभीरता से लेते हुए राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है। राज्यों के आपदा प्रबंधन विभाग ने संबंधित अधिकारियों को अलर्ट रहने और सभी आवश्यक तैयारियां पूरी रखने के निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी तैयार रहने को कहा गया है ताकि आपात स्थिति में तुरंत सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
राहत कार्यों में जुटे अधिकारी और स्वयंसेवी संगठन
भारी बारिश और बाढ़ के कारण प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में जुटे अधिकारियों और स्वयंसेवी संगठनों ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। राहत शिविरों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का काम तेजी से चल रहा है। प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में खाने-पीने की वस्तुओं, दवाइयों और अन्य जरूरी सामान की आपूर्ति की जा रही है।
वहीं, एनडीआरएफ के साथ-साथ स्थानीय पुलिस और स्वयंसेवी संगठन भी प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और जरूरतमंदों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने का काम जारी है।
आगे के लिए सुझाव
इस तरह की आपदाओं से बचने के लिए प्रशासन को जल निकासी की व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, लोगों को भी जागरूक किया जाना चाहिए कि वे बाढ़ या भारी बारिश के समय सुरक्षित स्थानों पर रहें और सरकारी निर्देशों का पालन करें। आपदा प्रबंधन की टीमों को भी समय-समय पर प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि वे आपात स्थिति में बेहतर तरीके से कार्य कर सकें।
अभी के हालात को देखते हुए, सभी प्रभावित राज्यों में प्रशासन और जनता को सतर्क रहने और किसी भी संभावित खतरे के लिए तैयार रहने की जरूरत है। उम्मीद है कि राहत कार्यों में तेजी से स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आ जाएगी और सामान्य जनजीवन पटरी पर लौट आएगा।
