समाजवादी पार्टी (सपा) में एक बार फिर से सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं, जब जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची जारी की गई और इसमें पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव का नाम शामिल नहीं किया गया। यह फैसला उन अटकलों को और बल देता है कि अखिलेश और शिवपाल के बीच की दूरी एक बार फिर बढ़ती दिखाई दे रही है।
समाजवादी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए 20 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, जिसमें हजरतबल से शाहिद हसन, बड़गाम से मकबूल शाह, बीरवाह से निसार अहमद डार, हब्बा कदल से मोहम्मद फारुक खान, और ईदगाह से मेहराजुद्दीन अहमद जैसे नाम शामिल हैं। लेकिन पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में शिवपाल यादव का नाम न होना, राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
इस सूची में अखिलेश यादव के साथ पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा, सांसद अवधेश प्रसाद, धर्मेंद्र यादव, इकरा हसन, हरेन्द्र मलिक, राज्यसभा सदस्य जावेद अली, सांसद प्रिया सरोज और पुष्पेंद्र सरोज के नाम शामिल हैं। साथ ही विधायक कमाल अख्तर, विधान परिषद सदस्य जासमीर अंसारी और पूर्व विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह भी स्टार प्रचारकों की सूची में जगह बनाने में सफल रहे।
चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा
सपा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए 20 प्रत्याशियों की सूची भी जारी की है। इसमें तीसरे चरण के लिए बारामूला से मंजूर अहमद, बांदीपोरा से गुलाम मुस्तफा, पट्टन से वसीम गुलजार, कुपवाड़ा से सबीहा बेगम और त्रेहगाम से साजाद खान को टिकट दिया गया है। वहीं, उधमपुर पश्चिम से साहिल मन्हास, चेनानी से गीता मन्हास और नगरोटा से सतपाल को भी मैदान में उतारा गया है।
यह राजनीतिक निर्णय पार्टी के भीतर की रणनीतिक दिशा को इंगित करता है और यह देखना दिलचस्प होगा कि शिवपाल यादव की अनुपस्थिति आगे क्या संकेत देती है।
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Author: Sweta Sharma
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