लखनऊ विश्वविद्यालय (LU) का 67वां दीक्षांत समारोह सोमवार को धूमधाम से आयोजित किया गया। इस समारोह में 1 लाख से अधिक छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं, और 198 छात्रों को पदकों से सम्मानित किया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने समारोह की अध्यक्षता की, जबकि देश के पहले सुपर कंप्यूटर निर्माता पद्मभूषण डॉ. विजय पांडुरंग भाटकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
बेटियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालयों में बेटियां लगातार शीर्ष स्थान पर आ रही हैं, जो यह साबित करता है कि देश की बेटियों में अपार क्षमता है। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत जल्द ही विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर होगा। उनका कहना था कि शिक्षा में बेटियों का यह उत्कृष्ट प्रदर्शन न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ा रहा है।
डिजी लॉकर से मिलेगी डिग्री
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि समारोह के दौरान सभी छात्रों की डिग्रियां डिजी लॉकर पर अपलोड कर दी गई हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के निर्देशन में यह डिजिटल प्रक्रिया शुरू की गई है। इससे छात्रों को अपनी डिग्रियां सीधे भारतीय पोस्ट के माध्यम से उनके पते पर भेजी जाएंगी। अब तक 3.4 लाख से अधिक छात्रों की एकेडमिक बैंक क्रेडिट आईडी बनाई जा चुकी हैं, जिसमें उनके द्वारा अर्जित क्रेडिट्स का विवरण सुरक्षित रहेगा।
सुपर कंप्यूटर निर्माता का संदेश
समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. विजय पांडुरंग भाटकर ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में जिस तरह से प्रगति की है, उससे हमें आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूती मिली है। उन्होंने छात्रों को यह संदेश दिया कि वे नवाचार और शोध के क्षेत्र में खुद को साबित करें और देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।
उच्च शिक्षा के नए आयाम
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा डिजीलॉकर और एकेडमिक बैंक क्रेडिट जैसी पहल की सराहना की।
समारोह की खास बातें
डिग्री प्राप्तकर्ता: 1 लाख से अधिक छात्र
पदक: 198 छात्रों को विभिन्न श्रेणियों में पदक
डिजी लॉकर सुविधा: डिग्रियां डिजिटल रूप से प्राप्त होंगी
मुख्य अतिथि: डॉ. विजय पांडुरंग भाटकर, सुपर कंप्यूटर निर्माता
इस दीक्षांत समारोह ने एक बार फिर दिखाया कि लखनऊ विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक क्षेत्र में बल्कि डिजिटल परिवर्तन के मामले में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

Author: Sweta Sharma
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