गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरुवार के दौरे से ठीक पहले, समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ताओं ने एक अनोखा विरोध प्रदर्शन कर पूरे शहर में हलचल मचा दी। सुरक्षा के कड़े इंतजामों को चकमा देते हुए, सपा कार्यकर्ताओं ने गोरखपुर के पंत पार्क से कलेक्टर कार्यालय तक बुलडोजर की शव यात्रा निकालकर सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बुलडोजर की शव यात्रा और सपा का विरोध
सपा कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक के बाद इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश का स्वागत करते हुए बुलडोजर की शव यात्रा निकाली, जिसमें सपा के कार्यकर्ता बड़े उत्साह के साथ शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार की बुलडोजर नीति के खिलाफ नारेबाजी की और सोशल मीडिया पर भी वीडियो साझा कर इस आदेश पर अपनी खुशी जाहिर की।
पुलिस और प्रशासन को चकमा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के मद्देनजर शहर में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, लेकिन सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस और प्रशासन को चकमा देते हुए अपना विरोध प्रदर्शन सफलतापूर्वक कर लिया। पुलिस और प्रशासन को इस अनोखे विरोध का अंदाजा नहीं था, जिससे यह घटना पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गई।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश: बुलडोजर एक्शन पर रोक
17 सितंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश में मनमाने तरीके से चल रही बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने कहा था कि अगले आदेश तक किसी भी स्थान पर बिना उचित प्रक्रिया के बुलडोजर का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। हालांकि, यह रोक अस्थायी है और इस पर अगली सुनवाई 1 अक्टूबर 2024 को होगी। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि सड़क, फुटपाथ, और रेलवे लाइन किनारे किए गए अवैध निर्माण पर यह निर्देश लागू नहीं होगा। इसी बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गोरखपुर दौरे के दौरान शहरवासियों को फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की सौगात दी। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर शहर में उत्साह था, लेकिन सपा के इस विरोध प्रदर्शन ने सरकार की बुलडोजर नीति को लेकर नया विवाद खड़ा कर दिया है।
विपक्ष का आक्रामक रुख
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर बेहद आक्रामक हो गए हैं। सपा के अलावा अन्य विपक्षी दल भी बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ बीजेपी को घेरने का प्रयास कर रहे हैं। विपक्ष का मानना है कि इस तरह की कार्रवाइयों से गरीब और वंचित वर्ग के लोगों को नुकसान हो रहा है, और सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश इस दिशा में एक बड़ा कदम है।
सपा द्वारा बुलडोजर की शव यात्रा निकालकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना विपक्ष की ओर से बुलडोजर नीति पर तीखा जवाब था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर दौरे के दिन किए गए इस विरोध प्रदर्शन ने न केवल शहर में हलचल मचाई, बल्कि राज्य की राजनीति में भी एक नया मोड़ ला दिया है। अब सभी की निगाहें 1 अक्टूबर की सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई पर टिकी हैं, जिससे यह तय होगा कि बुलडोजर कार्रवाई पर आगे क्या कदम उठाए जाएंगे।

Author: Sweta Sharma
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