उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में राज्य में पर्यटन से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़ों को साझा करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश, धार्मिक, आध्यात्मिक और विरासत पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है। विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर सीएम योगी ने राज्य में आए पर्यटकों की संख्या और उनके प्रभाव पर रोशनी डाली।
पिछले साल उत्तर प्रदेश में आए 46 करोड़ पर्यटक
सीएम योगी ने कहा कि पिछले साल उत्तर प्रदेश में 46 करोड़ से अधिक पर्यटक विभिन्न धार्मिक, आध्यात्मिक और विरासत पर्यटन स्थलों पर आए। इस आंकड़े ने उत्तर प्रदेश को भारत के सबसे प्रमुख पर्यटन राज्यों में से एक बना दिया है। योगी ने बताया कि काशी, अयोध्या, मथुरा, वृंदावन, और ताजमहल जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों ने दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया है।
उत्तर प्रदेश के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्थलों की लोकप्रियता सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी तेजी से बढ़ रही है। सीएम योगी ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य की कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे और पर्यटक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की।
पर्यटन का रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान
पर्यटन केवल धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का अनुभव नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश में रोजगार सृजन का एक प्रमुख स्रोत भी बन चुका है। सीएम योगी ने बताया कि यूपी में पर्यटन से जुड़े कई क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। होटल, रेस्तरां, ट्रांसपोर्ट, गाइड, और अन्य सेवाओं में रोजगार की संभावनाएं बढ़ी हैं।
“पर्यटक यहां न केवल घूमने आते हैं, बल्कि उनके आने से राज्य में रोजगार सृजन की दिशा में भी अहम भूमिका निभाई जाती है,” योगी आदित्यनाथ ने कहा।
महाकुंभ 2025: 40 करोड़ श्रद्धालुओं का अनुमान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 के बारे में भी जानकारी दी। महाकुंभ मकर संक्रांति के अवसर पर 2025 में शुरू होगा और 26 फरवरी तक चलेगा। योगी जी ने कहा, “हमारा मानना है कि इस महाकुंभ में दुनिया भर से करीब 40 करोड़ श्रद्धालु भाग लेंगे।”
महाकुंभ उत्तर प्रदेश में होने वाला एक ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का आयोजन है, जो विश्व के सबसे बड़े धार्मिक सम्मेलनों में से एक है। इसके लिए राज्य सरकार बड़े पैमाने पर तैयारियां कर रही है, जिसमें यातायात, सुरक्षा, स्वच्छता और तीर्थयात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था शामिल है।
उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी में सुधार
सीएम योगी ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश आज अपनी गुणवत्तापूर्ण कनेक्टिविटी के लिए पहचाना जाता है। चाहे वह सड़क मार्ग हो, रेल मार्ग हो, हवाई यात्रा हो या जल मार्ग हो, हर क्षेत्र में राज्य में बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि “हमने राज्य के सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ा है, जिससे पर्यटकों को कहीं भी पहुंचने में आसानी हो रही है। इस सुधार से न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, बल्कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में स्थानीय उद्योगों को भी फायदा हुआ है।”
धार्मिक पर्यटन का बढ़ता महत्व
उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के महत्व पर बोलते हुए, सीएम योगी ने कहा कि राज्य में काशी, अयोध्या, मथुरा और वृंदावन जैसे धार्मिक स्थलों ने पर्यटकों को सदियों से आकर्षित किया है। इन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को न केवल धार्मिक अनुभव प्राप्त होते हैं, बल्कि उन्हें उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी समझने का मौका मिलता है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर जैसे प्रोजेक्ट्स ने पर्यटन को और भी बढ़ावा दिया है, जिससे वाराणसी एक वैश्विक धार्मिक स्थल के रूप में उभरा है।
आगे की योजना: उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन का केंद्र बनाना
सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित करना है। इसके लिए राज्य में कई नए पर्यटन स्थलों का विकास किया जा रहा है, साथ ही धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
महाकुंभ जैसे आयोजनों के जरिए राज्य की धार्मिक पहचान को और मजबूती दी जा रही है, वहीं ताजमहल जैसे ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा और वहां आने वाले पर्यटकों के अनुभव को बेहतर करने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश तेजी से भारत का प्रमुख पर्यटन स्थल बनता जा रहा है, और सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है। राज्य में धार्मिक, आध्यात्मिक और विरासत पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, और महाकुंभ 2025 जैसे बड़े आयोजनों से यह संख्या और भी बढ़ने की उम्मीद है।
सीएम योगी ने विश्व पर्यटन दिवस पर राज्य के पर्यटकों और लोगों को शुभकामनाएं देते हुए यह स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश अब सिर्फ एक धार्मिक पर्यटन स्थल नहीं है, बल्कि एक ऐसा राज्य है, जो अपने समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के जरिए पूरी दुनिया को आकर्षित करता है।
