नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर को अपने पद से इस्तीफा देने के बाद जल्द ही मुख्यमंत्री आवास खाली करने की घोषणा की है। अब वे दिल्ली में अपने लिए नया घर तलाश रहे हैं, विशेषकर अपने निर्वाचन क्षेत्र नई दिल्ली के आसपास। इस कदम से उनका उद्देश्य अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के साथ करीबी संपर्क बनाए रखना है, ताकि जनता से जुड़े मुद्दों को सीधे समझ और हल किया जा सके।
हाल ही में जंतर मंतर पर एक जनसभा के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा था, “जैसे ही नवरात्रि आएगी, मैं मुख्यमंत्री आवास खाली कर दूंगा। आज दिल्ली में मेरे पास रहने के लिए घर नहीं है। मैंने पिछले 10 सालों में सिर्फ आपका आशीर्वाद कमाया है।” यह बयान उनकी सादगी और जनता के प्रति समर्पण को दर्शाता है, क्योंकि सीएम बनने के 10 साल बाद भी उनके पास दिल्ली में अपना कोई घर नहीं है।
नई दिल्ली में घर की तलाश
केजरीवाल इस समय ऐसे घर की तलाश कर रहे हैं, जो न केवल विवादमुक्त हो बल्कि रहने में भी किसी प्रकार की समस्या न हो। वे चाहते हैं कि उनका नया घर उनके निर्वाचन क्षेत्र नई दिल्ली के आसपास हो, ताकि वे अपने मतदाताओं के साथ नजदीकी रिश्ता बनाए रख सकें।
दिल्ली के कई विधायक, पार्षद, पार्टी कार्यकर्ता और आम नागरिक अपनी सामाजिक-आर्थिक या राजनीतिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना केजरीवाल को घर की पेशकश कर रहे हैं। हालांकि, अब तक इस बात की कोई जानकारी सामने नहीं आई है कि वे कहां रहेंगे।
ईमानदारी और जनता के आदेश पर जोर
केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देते समय कहा था कि वे तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, जब तक जनता उन्हें ईमानदार नहीं मानती। “दिल्ली की जनता का आदेश ही मेरे लिए सर्वोपरि है,” उन्होंने कहा। उनके इस बयान से स्पष्ट है कि वे जनता के फैसले का सम्मान करते हैं और अपने भविष्य के निर्णय उसी के आधार पर लेंगे।
अब देखने वाली बात होगी कि अरविंद केजरीवाल अपना नया घर कहां चुनते हैं और क्या वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के साथ जुड़ाव बनाए रखने की इस पहल में सफल होते हैं।

Author: Sweta Sharma
I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.