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कुंदरकी उपचुनाव: क्या सपा का वर्चस्व तोड़ पाएगी भाजपा?

मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट पर 12 साल से समाजवादी पार्टी (सपा) का दबदबा कायम है। 2012 से लेकर मई 2024 तक हुए पांच चुनावों में सपा ने हर बार जीत दर्ज की है, जिससे इस सीट पर पार्टी का मजबूत पकड़ बनी हुई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा ने यहां सबसे बड़े अंतर 64,913 वोटों से जीत हासिल की थी, जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में यह अंतर घटकर 10,821 वोट रह गया था। ऐसे में, भाजपा के लिए कुंदरकी सीट पर सपा का वर्चस्व तोड़ना एक बड़ी चुनौती है।

पिछले 12 साल से सपा का दबदबा

कुंदरकी सीट पर सपा ने लगातार पांच चुनावों में जीत दर्ज की है। 2012 के विधानसभा चुनाव से लेकर 2024 के लोकसभा चुनाव तक सपा ने यहां अपनी पकड़ बनाए रखी है। 2024 के लोकसभा चुनाव में कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में सपा को भाजपा से 57,044 मतों का अंतर मिला था। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है, जिस पर 13 नवंबर को उपचुनाव होगा।

भाजपा की तैयारी

सपा के वर्चस्व को चुनौती देने के लिए भाजपा ने उपचुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा ने क्षेत्रीय महामंत्री हरीश ठाकुर को प्रभारी नियुक्त किया है और प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारा है। इनमें धर्मपाल सिंह, जेपीएस राठौर, जसवंत सैनी, और गुलाब देवी जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इसके अलावा, शहर विधायक रितेश गुप्ता और अन्य जनप्रतिनिधियों को भी जिम्मेदारी दी गई है।
भाजपा जिलाध्यक्ष आकाश पाल ने कहा, “कुंदरकी सीट पर इस बार भाजपा जीत का परचम लहराएगी। बूथ स्तर पर लगातार बैठकें हो रही हैं और विभिन्न जिलों से 150 से अधिक पदाधिकारियों को क्षेत्र में तैनात किया गया है।”

सपा की रणनीति

सपा अभी तक अपने उम्मीदवार और चुनाव प्रभारी की घोषणा नहीं कर पाई है, लेकिन पार्टी पूरी तैयारी में जुटी है। सपा के जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने कहा, “पार्टी चुनाव लड़ेगी और जोरशोर से तैयारी कर रही है। सेक्टरवार कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है और भाजपा की रणनीति पर नजर रखी जा रही है।”

सपा के राष्ट्रीय सचिव रमेश प्रजापति गुरुवार को मुरादाबाद आएंगे और कुंदरकी उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। सपा ने अब तक अपने प्रत्याशी का एलान नहीं किया है, लेकिन भाजपा के उम्मीदवार की घोषणा के बाद सपा भी अपने पत्ते खोलेगी।

पिछले चुनावों में सपा-भाजपा के प्रदर्शन पर नजर

वर्ष चुनाव सपा भाजपा अंतर
2024 लोकसभा 143415 86371 57044
2022 विधानसभा 125792 82630 43162
2019 लोकसभा 151284 86371 64913
2017 विधानसभा 110561 99740 10821
2012 विधानसभा 81302 64101 17201

 

सपा के वर्चस्व को चुनौती देने के लिए भाजपा को इस बार बेहद सधी हुई रणनीति बनानी होगी, क्योंकि कुंदरकी सीट पर साइकिल (सपा का चुनाव चिन्ह) पिछले 12 साल से सरपट दौड़ रही है।

Sweta Sharma
Author: Sweta Sharma

I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.

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