महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया चल रही है, और इसी बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने महाविकास अघाड़ी (MVA) के खिलाफ अपने सुर बदलते हुए नया रुख अपना लिया है। मंगलवार को इंडिया टीवी से बातचीत में अबू आजमी ने साफ कहा कि अब वे MVA के खिलाफ नहीं बोलेंगे।
नामांकन से पहले नरमी का संकेत
सपा नेता अबू आजमी, जो अब तक महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे को लेकर नाराजगी जता रहे थे, अचानक नरम पड़ गए हैं। इससे पहले आजमी ने पांच सीटों की मांग की थी, लेकिन उन्हें केवल दो सीटें ही मिलीं। इसके बावजूद उन्होंने इस मसले पर नरमी दिखाते हुए गठबंधन के प्रति समर्थन जताया।
नवाब मलिक पर संशय बरकरार
एनसीपी (शरद पवार गुट) ने अणुशक्ति नगर से नवाब मलिक की बेटी सना मलिक के खिलाफ अपने उम्मीदवार फहाद अहमद को मैदान में उतारा है। सूत्रों के अनुसार, नवाब मलिक भी इस बार चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का विकल्प खुला रखा है, और किस पार्टी से लड़ेंगे, इसका निर्णय होना अभी बाकी है।
समर्थकों के साथ किया नामांकन दाखिल
मुंबई के शिवाजी नगर विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करते समय अबू आजमी के साथ फ़ैजाबाद लोकसभा से सांसद अवधेश प्रसाद भी मौजूद रहे। इस मौके पर अबू आजमी ने महाविकास अघाड़ी के साथ एकजुटता का संदेश देते हुए कहा कि अब वे गठबंधन के खिलाफ नहीं बोलेंगे और सभी मिलकर चुनाव में उतरेंगे। अवधेश प्रसाद ने भी महाराष्ट्र में MVA की जीत का भरोसा जताया।
पहले दी थी सीट बंटवारे पर चेतावनी
नामांकन से पहले अबू आजमी ने सार्वजनिक रूप से MVA में सीट बंटवारे को लेकर सख्त चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि यदि सपा को पर्याप्त सीटें नहीं मिलती हैं, तो वे अपने 25 उम्मीदवारों को मैदान में उतार देंगे और एबी फॉर्म बांट देंगे। हालांकि, बदले सुर में अब उन्होंने गठबंधन के प्रति नरमी का रुख अपनाते हुए नया संकेत दिया है।
अबू आजमी का यह बदलता रुख आगामी चुनाव में गठबंधन की एकता को मजबूत करेगा या फिर चुनावी समीकरणों को प्रभावित करेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।

Author: Sweta Sharma
I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.