उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान हालात तनावपूर्ण हो गए। वोटिंग के दौरान ककरौली इलाके में हंगामा और पथराव की घटनाएं हुईं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
क्या हुआ मीरापुर में?
स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब वे मतदान केंद्र पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि उनके वोट पहले ही डाले जा चुके हैं। इस पर नाराज ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी और पथराव शुरू कर दिया।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हमें मतदान से वंचित किया गया है। यह हमारे लोकतांत्रिक अधिकार का हनन है।”
स्थिति नियंत्रण से बाहर होने पर पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने की कोशिश की। घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, और एसएसपी के नेतृत्व में इलाके में फ्लैग मार्च कर निगरानी बढ़ाई गई।
आरएलडी उम्मीदवार के आरोप
राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के उम्मीदवार मिथलेश पाल ने फर्जी वोटिंग के गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि बुर्के में मौजूद मतदाताओं की पुलिस चेकिंग नहीं कर रही, जिससे गड़बड़ी हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया, “बाहर से लोगों को बुलाकर मदरसों और मस्जिदों में ठहराया गया है। पुलिस हमारे समर्थकों को रोककर अन्य लोगों को वोट डालने दे रही है। यह चुनाव सिर्फ दिखावा बन गया है।”
सपा उम्मीदवार का प्रशासन पर हमला
मीरापुर में हंगामे के साथ-साथ कुंदरकी सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार हाजी रिजवान ने भी प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “गांवों में चेक पोस्ट बनाकर आधार कार्ड की जांच हो रही है। हमारे पोलिंग एजेंटों को 275 बूथों पर बैठने नहीं दिया गया, जबकि बीजेपी प्रत्याशी की पर्चियों से वोट डाले जा रहे हैं।”
फर्जी वोटिंग के विवाद
फर्जी वोटिंग को लेकर आरएलडी और सपा दोनों ने सवाल उठाए:
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बुर्के में फर्जी मतदाताओं की मौजूदगी का आरोप।
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बाहर से बुलाए गए लोगों के हथियारों के साथ मौजूद होने का दावा।
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पुलिस पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप।
प्रदेश में 9 सीटों पर उपचुनाव और बढ़ता तनाव
मीरापुर समेत उत्तर प्रदेश की कुल 9 विधानसभा सीटों पर आज उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें गाजियाबाद, कुंदरकी, करहल, सीसामऊ, कटेहरी, मझवां और फूलपुर जैसी सीटें शामिल हैं। लगभग सभी जगहों पर चुनावी हिंसा और आरोप-प्रत्यारोप का माहौल बना हुआ है।
प्रशासन का दावा: स्थिति नियंत्रण में
पुलिस ने पथराव करने वालों की पहचान कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराना हमारी प्राथमिकता है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
मीरापुर उपचुनाव में हिंसा और फर्जी वोटिंग के आरोपों ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। प्रशासन को निष्पक्षता और शांति सुनिश्चित करने के लिए बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

Author: Sweta Sharma
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