नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन में सभी सीटें हारने के बाद कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव में अकेले मैदान में उतरने का फैसला किया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने रविवार को कहा कि राज्य की सभी 70 सीटों पर पार्टी मजबूती से लड़ेगी।
राष्ट्रीय राजधानी में दो महीने बाद फरवरी में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के गठबंधन नहीं वाले बयान पर देवेंद्र यादव ने कहा, हम पिछले छह महीने से यही कह रहे हैं, जब से लोकसभा चुनाव खत्म हुए हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है। हम लगातार कहते आ रहे हैं कि ऐसी सरकार, जिसका खामियाजा हम सही मायनों में लोकसभा में भुगत चुके हैं और इसीलिए हम उनके साथ किसी भी तरह का संकट बंधन नहीं चाहते। दिल्ली की जनता परेशान है। मैं 54 विधानसभा क्षेत्रों में गया हूं उनके वादे पूरे नहीं हुए। इनकी सरकार के खिलाफ जनता में रोष है। हम शुरू से कह रहे हैं कि हमें कोई गठबंधन नहीं चाहिए। हम 70 में से 70 विधानसभा सीटों पर पूरी ताकत से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा है कि आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार के कई केस हैं। इनके विधायक से लेकर मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। कई मामलों में इनके मंत्री-विधायक जेल गए। केजरीवाल भी जेल काट चुके हैं। इन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ पार्टी बनाई। लेकिन इनकी पार्टी भ्रष्टाचार में डूब गई है। दिल्ली की जनता के सामने केजरीवाल की पोल खुल चुकी है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस जहां न्याय यात्रा निकाल रही है, वहीं आम आदमी पार्टी 70 विधानसभाओं में रेवड़ी पर चर्चा करने जा रही है। इस कड़ी में भाजपा आठ दिसंबर से परिवर्तन यात्रा निकालेगी।
