गाजा : हाल ही में इजरायल ने गाजा पट्टी पर एक बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें कम से कम 20 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हमला उस समय हुआ जब इजरायल और फिलिस्तीनी उग्रवादियों के बीच तनाव अपने चरम पर था। इजरायली वायुसेना ने गाजा में विभिन्न स्थानों पर बमबारी की, जिनमें प्रमुख लक्ष्यों के तौर पर हमास और अन्य आतंकवादी संगठनों के ठिकाने शामिल थे। यह हमला विशेष रूप से पश्चिमी गाजा में हुआ, जहां बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत की रिपोर्ट आई है।
इजरायल सरकार ने इस हमले को “आतंकी ठिकानों” के खिलाफ एक सैन्य कार्रवाई बताया, और कहा कि यह कदम फिलिस्तीनी उग्रवादियों द्वारा इजरायल की तरफ रॉकेट दागे जाने के जवाब में उठाया गया था। इजरायल का दावा है कि गाजा के उग्रवादी संगठन अपने ठिकानों से इजरायल पर लगातार हमले कर रहे हैं, जिसके कारण उन्हें यह सैन्य कार्रवाई करनी पड़ी।
दूसरी ओर, फिलिस्तीनी अधिकारियों ने इजरायल के हमले की कड़ी निंदा की और इसे एक “अमानवीय अपराध” करार दिया। उन्होंने बताया कि मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में घायलों की संख्या भी बहुत अधिक रही है, और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
यह हमला इजरायल और फिलिस्तीन के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष का हिस्सा है, जो अब तक कई युद्धों और सैन्य कार्रवाइयों में बदल चुका है। गाजा पट्टी, जो फिलिस्तीनियों का एक प्रमुख इलाका है, पिछले कुछ वर्षों से हिंसा का केंद्र बना हुआ है। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच यह संघर्ष केवल क्षेत्रीय विवाद नहीं है, बल्कि इसमें धार्मिक, राजनीतिक और ऐतिहासिक कारण भी शामिल हैं।
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस हिंसा पर चिंता व्यक्त की है, लेकिन फिलहाल कोई स्थायी समाधान नजर नहीं आता। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवाधिकार संगठनों ने इस तरह के हमलों की निंदा की है और दोनों पक्षों से हिंसा को रोकने की अपील की है। फिलहाल, गाजा में स्थिति गंभीर बनी हुई है और वहां के नागरिकों के लिए राहत कार्य जारी हैं।





