हैदराबाद। हैदराबाद में फिल्म ‘पुष्पा-2’ देखने के लिए सिनेमा हॉल में उमड़ी भारी भीड़ के कारण एक दुखद घटना घटित हुई। यह घटना उस समय हुई जब एक महिला और उसका बेटा फिल्म देखने के लिए सिनेमा हॉल पहुंचे थे। अभिनेता अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदना की फिल्म ‘पुष्पा 2: द रूल’ के ‘प्रीमियर शो’ के दौरान यहां एक सिनेमाघर में भीड़ में फंसने के बाद दम घुटने से एक महिला की मौत हो गई और उसके बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि यह घटना बुधवार रात को उस समय हुई जब बड़ी संख्या में प्रशंसक अभिनेता अल्लू अर्जुन की एक झलक पाने के लिए सिनेमाघर में उमड़ पड़े। इस भीड़ में अफरातफरी मच गई, जिसके चलते महिला की जान चली गई और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया।

महिला के पति ने एक समाचार चैनल को बताया कि सिनेमाघर में अल्लू अर्जुन के आने के कारण भारी भीड़ थी और वहां भगदड़ जैसा माहौल बन गया था। उन्होंने अपना आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि चिकित्सकों ने कहा है कि वे उनके बेटे की हालत के बारे में 48 घंटे बाद ही कुछ कह पाएंगे।
पुलिस के अनुसार, महिला और उसके बेटे को सिनेमाघर में टिकट मिल गया था, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण उन्हें सही स्थान पर बैठने में परेशानी आई। जब वे अपनी सीट की ओर बढ़ रहे थे, तब अचानक भीड़ का दबाव बढ़ गया और महिला गिर गई। उसके ऊपर कुछ लोग गिर पड़े, जिससे महिला की मौत हो गई। वहीं, उसका बेटा भी घायल हुआ और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सिनेमाघर के प्रबंधन की ओर से अभिनेता और फिल्म के अन्य सदस्यों के आगमन के बारे में कोई पूर्व सूचना या इंतजाम नहीं किया गया था। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि भारी भीड़ आगे बढ़ी और सिनेमाघर में प्रवेश करने का प्रयास कर रही महिला तथा उसका बेटा भीड़ में फंस गए। लोगों के धक्के के कारण दोनों दम घुटने से बेहोश हो गए। सिनेमा घर छोटा था और उसमें इतनी भारी भीड़ के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने महिला और उसके बेटे को ‘काíडयोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर)’ देने का प्रयास किया तथा उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया जहां महिला की मौत हो गई। उसके बेटे का इलाज किया जा रहा है। स्थिति को नियंत्रित करने के मकसद से पुलिस ने बढ़ती भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस ने बताया कि घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है।
इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने सिनेमाघर के अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी है। वे यह जांच कर रहे हैं कि क्या सिनेमा हॉल में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त इंतजाम थे या नहीं। सिनेमा हॉल के बाहर सुरक्षा इंतजामों की स्थिति पर भी सवाल उठाए गए हैं। यह घटना इस बात को भी उजागर करती है कि फिल्मों की रिलीज के समय भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था के उपायों की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके।
साथ ही, यह घटना यह भी दर्शाती है कि सिनेमा हॉल में सुरक्षा मानकों का पालन न करने के कारण लोगों की जान को खतरा हो सकता है।
								
															
			
			




