नई दिल्ली : शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “मैं सीएम योगी आदित्यनाथ की इस बात से सहमत हूं कि आज बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस वहीं कर रहे हैं जो बाबर ने किया था. उनके पास सत्ता आई है, हिन्दुओं को मारा जा रहा है. उनके धार्मिक स्थान मंदिरों को गिराया जा रहा है”. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बांग्लादेश की घटना को अयोध्या-संभल जैसे बताने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस वही कर रहे हैं जो बाबर और औरंगजेब ने किया था।
सिरसा का यह बयान बांग्लादेश में हुई राजनीतिक घटनाओं और धार्मिक मामलों पर आधारित प्रतीत होता है। उनके इस कथन में बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व को आलोचना की गई है, जिसमें उनका कहना है कि शेख हसीना ने वही कदम उठाए हैं जो बाबर और औरंगजेब ने अपने समय में किए थे।

मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “ऐसा उपद्रव मचाया जा रहा है, वहां पर बच्चियां सुरक्षित नहीं है. जो माहौल बांग्लादेश में बनाया गया है, वह कम नहीं है, जो बाबर और औरंगजेब ने बनाया था और इसके ऊपर लगाम लगानी जरूरी है. मैं मानता हूं कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बाद चीजें रुकने लगी हैं, लेकिन जो वहां के लोगों की सुरक्षा है उसकी आज भी कोई गारंटी नहीं ले सकता है.”
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव का इशारा ऐतिहासिक रूप से भारत में मुग़ल सम्राटों द्वारा किए गए कड़े निर्णयों की ओर है। बाबर और औरंगजेब के समय में हिंदू धर्म और अन्य धार्मिक समूहों के खिलाफ कड़े कदम उठाए गए थे, जिन्हें आज भी कुछ लोग विवादास्पद मानते हैं।
सिरसा का यह बयान, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर किए गए हमलों और उनके अधिकारों की हनन पर है, जहां बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता और सुरक्षा को लेकर विवाद उठते रहते हैं।
मनजिंदर सिंह सिरसा का यह बयान बांग्लादेश में चल रही धार्मिक और राजनीतिक स्थिति पर एक प्रतिक्रिया हो सकता है। सिरसा, जो कि भारतीय राजनीति में एक सक्रिय नेता और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्य हैं, ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के कुछ फैसलों और उनके द्वारा अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ किए गए कथित कदमों को बाबर और औरंगजेब के शासनकाल के कदमों से जोड़ते हुए आलोचना की है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को कई बार धार्मिक भेदभाव और हिंसा का सामना करना पड़ता है। हाल के वर्षों में बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले, पूजा स्थलों पर तोड़फोड़, और हिंदू समुदाय के लोगों पर हमले बढ़े हैं, जिसके कारण बांग्लादेश सरकार की नीतियों और उनके द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों की रक्षा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
सिरसा का यह बयान यह संकेत देता है कि बांग्लादेश की सरकार, जो शेख हसीना के नेतृत्व में है, हिंदू समुदाय के खिलाफ भेदभावपूर्ण कदम उठा रही है और इसे उन्होंने बाबर और औरंगजेब जैसे ऐतिहासिक आंकड़ों के साथ जोड़ा है, जो भारतीय इतिहास में अपनी नीतियों और कार्यों के कारण विवादास्पद रहे हैं।
संभल में पत्थरबाजों और उपद्रवियों से योगी सरकार द्वारा भरपाई करने पर मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि ऐसा बिल्कुल होना चाहिए. जब आप उत्पात मचाते हैं, तोड़फोड़ करते हैं, दंगे फसाद करते हैं और धर्म के नाम पर ऐसी चीजें करते हैं जो कभी धर्म स्वीकार नहीं करता है. जो इस तरह की तोड़फोड़ करते हैं, लोगों और सरकार संपत्ति को उजाड़ने का काम करते हैं, तो फिर इसकी भरपाई भी उनसे होनी चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है केवल योगी आदित्यनाथ ही नहीं, बल्कि पूरे देश के अंदर इस चीज का कानून लागू होना चाहिए. आप प्रदर्शन कीजिए, लेकिन उसमें किसी की प्रॉपर्टी तोड़ना और उसे नुकसान पहुंचना. उसका किसको अधिकार है, इसलिए यह एक अच्छा कदम है और इसी की तरह पूरे देश में यह कदम उठाया जाना चाहिए. ताकि कोई ऐसी गुंडागर्दी नहीं कर पाए.
उत्तर प्रदेश के फैजाबाद से लोकसभा सांसद अवधेश प्रसाद की सीट बदल दी गई है. जिस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नाराजगी जताई. इस पर उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को बहाना चाहिए, मीडिया पर किसी तरह से खबर आ जाएं. अच्छी बात है, ऐसी नौटंकी करते रहना चाहिए.





