प्रदेश के कृषकों को किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में मंगलवार को विधानसभा स्थित नवीन भवन में उर्वरक समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में मंत्री द्वारा बताया गया कि प्रदेश में वर्तमान समय में 12.68 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 3.87 लाख मीट्रिक टन डीएपी, 4.11 लाख मीट्रिक टन एनपीके, 2.74 लाख मीट्रिक टन एसएसपी एवं 0.85 लाख मीट्रिक टन एमओपी उर्वरक कृषकों के क्रय हेतु उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार निरंतर भारत सरकार के संपर्क में रहकर उर्वरकों की आपूर्ति को सुचारू बनाए हुए है और किसानों को किसी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी।
बैठक में यह भी बताया गया कि 01 नवम्बर से 10 नवम्बर 2025 के बीच प्रदेश में 1.82 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 1.93 लाख मीट्रिक टन डीएपी एवं 1.19 लाख मीट्रिक टन एनपीके की बिक्री दर्ज की गई है। केवल सहकारी समितियों के माध्यम से 49,513 मीट्रिक टन यूरिया, 94,423 मीट्रिक टन डीएपी एवं 38,317 मीट्रिक टन एनपीके उर्वरक किसानों द्वारा क्रय किया गया है।
रबी 2025-26 अभियान के अंतर्गत अब तक 99.88 लाख किसान पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाकर 4.17 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 5.63 लाख मीट्रिक टन डीएपी, 3.26 लाख मीट्रिक टन एनपीके, 1.26 लाख मीट्रिक टन एसएसपी एवं 0.65 लाख मीट्रिक टन एमओपी उर्वरक का क्रय कर चुके हैं। वर्तमान में प्रतिदिन औसतन 18,370 मीट्रिक टन यूरिया, 20,406 मीट्रिक टन डीएपी एवं 15,240 मीट्रिक टन एनपीके की खपत किसानों द्वारा की जा रही है।
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश के कृषकों की मांग के अनुसार प्रतिदिन 8 से 10 रैक फास्फेटिक उर्वरकों की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे आगामी फसलों के लिए अत्यधिक भंडारण न करें, ताकि सभी कृषकों को आवश्यकतानुसार उर्वरक समय पर उपलब्ध हो सके। मंत्री ने कहा किया कि प्रदेश सरकार किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्प है और किसी भी जिले में कमी की स्थिति नहीं आने दी जाएगी।
बैठक में कृषि निदेशक डॉ. पंकज त्रिपाठी, संयुक्त कृषि निदेशक (उर्वरक) डॉ. आशुतोष कुमार मिश्र सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।





