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कृषि मंत्री ने उर्वरक आपूर्ति पर की समीक्षा

10 जनपदों के होलसेलरों व कंपनियों प्रतिनिधियों से कृषि मंत्री की वार्ता, एमआरपी से अधिक बिक्री पर कार्रवाई की चेतावनी

रबी सीजन हेतु उर्वरक आपूर्ति की तैयारी तेज करने के निर्देश

किसानों को समय पर और निर्धारित दर पर मिले उर्वरक, लापरवाही बर्दाश्त नहीं – कृषि मंत्री

उर्वरक आपूर्ति की नियमित समीक्षा, कंपनियों को समयबद्ध वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश – कृषि मंत्री

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सोमवार को कृषि निदेशालय, लखनऊ में दो महत्वपूर्ण बैठकें कर उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण की स्थिति की समीक्षा की।

पहली बैठक में कृषि मंत्री ने प्रमुख सचिव कृषि एवं निदेशक कृषि के साथ आगामी रबी सीजन हेतु उर्वरक की आपूर्ति और उपलब्धता पर चर्चा की। मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कंपनियों को दिए गए आपूर्ति लक्ष्य समय से पूरे कराए जाएं और प्राथमिकता के आधार पर वितरण व्यवस्था को गति दी जाए।

इसके बाद कृषि मंत्री ने लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, अयोध्या, कानपुर नगर व कानपुर देहात जनपदों के होलसेलरों और उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान यूरिया एवं अन्य प्रमुख उर्वरकों की उपलब्धता, बिक्री की स्थिति, निर्धारित दर पर वितरण, टैगिंग व्यवस्था तथा आपूर्ति तंत्र की समीक्षा की गई।

मंत्री शाही ने बैठक में एक-एक कर होलसेलरों से वार्ता की और उनकी समस्याओं को सुना। कई बिंदुओं का समाधान बैठक में ही अधिकारियों के माध्यम से कराया गया। उन्होंने संबंधित जिलों के कृषि अधिकारियों से भी फीडबैक लिया और वितरण व्यवस्था पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

कृषि मंत्री ने कहा कि यूरिया व अन्य उर्वरकों की बिक्री केवल भारत सरकार द्वारा निर्धारित अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर ही की जाए। इससे अधिक मूल्य वसूलने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी क्योंकि यह न केवल लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन है बल्कि किसानों के हितों के विपरीत भी है।

कृषि मंत्री ने निर्देश दिया कि कंपनियां समयबद्ध तरीके से किसानों तक उर्वरक पहुंचाएं। उक्त सभी 10 जनपदों में स्टॉक व वितरण की स्थिति की निगरानी कृषि विभाग नियमित रूप से करे। निर्धारित एमआरपी से अधिक मूल्य पर बिक्री करने वाले होलसेलरों पर सख्त कार्रवाई की जाए। किसानों को कतार में खड़ा न होना पड़े, इसके लिए आपूर्ति व्यवस्था तेज और पारदर्शी बनाई जाए। कृषि अधिकारी जिला स्तर पर नियमित निरीक्षण करें।

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को समय पर उचित मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव कृषि श्री रविंद्र, कृषि निदेशक डॉ. पंकज कुमार त्रिपाठी तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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Author: ntuser1

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