मेरठ के डबथुआ सुरूरपुर में कल केंद्रीय कृषि मंत्री रहेंगे शामिल
केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने पीलीभीत में और अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर में किया किसानों से संवाद
कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख रामपुर में रहे किसानों के बीच
प्रदेश के हर जनपद में प्रतिदिन आयोजित किये जा रहे हैं 9-9 कार्यक्रम
विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 में किसान, वैज्ञानिक और अधिकारी ले रहे हैं बढ़-चढ़कर भाग
निश्चय टाइम्स ,लखनऊ। विकसित कृषि संकल्प अभियान कार्यक्रम को विस्तार देने एवं कृषकों में उत्साहवर्धन करने के लिए कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान सूर्यप्रताप शाही के द्वारा शनिवार को ग्राम आमकौल विकासखण्ड सरदारनगर जनपद गोरखपुर में प्रतिभाग किया गया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि संयुक्त कृषि निदेशक, गोरखपुर मण्डल, उप कृषि निदेशक, गोरखपुर, जिला कृषि अधिकारी, गोरखपुर, कृषि वैज्ञानिक नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, गोरखपुर के द्वारा भी कृषक वैज्ञानिक संवाद में कृषकों का ज्ञानवर्धन किया गया।
कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री सूर्यप्रताप शाही के द्वारा ग्राम बजरिया विकासखण्ड पथरदेवा जनपद देवरिया में भी आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान में स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ प्रतिभाग कर कृषकों को प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र, देवरिया के कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि तथा सहवर्ती विभाग के अधिकारियों द्वारा कृषकों के हितार्थ चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
इसी प्रकार सांसद, पीलीभीत एवं वाणिज्य राज्य मंत्री जितिन प्रसाद के द्वारा ग्राम सुन्दरपुर विकासखण्ड मरौरी एवं ग्राम दौलतपुर पट्टी विकासखण्ड बरखेड़ा जनपद पीलीभीत में विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के कार्यक्रम में उपस्थित होकर किसानों को प्रोत्साहित किया गया।
विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के अन्तर्गत जनपद भदोही में निदेशक, भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के द्वारा ग्राम हरकचन्द्रपुर, भदोही में प्रतिभाग कर कृषकों को सब्जी के उत्पादन एवं प्रसंस्करण तथा विपणन के साथ ही ड्रोन द्वारा जल विलेय, उर्वरक एवं रसायनों के छिड़काव का प्रदर्शन कर उसके लाभों के बारे में कृषकों से चर्चा की गई।
जनपद लखनऊ के ग्रामसभा नगवामऊखुर्द एवं मानपुर लाला, विकासखण्ड बख्शी का तालाब में संयुक्त कृषि निदेशक, ब्यूरो ए0 के0 सिंह के द्वारा खेती की नई तकनीकों एवं विपणन तथा निदेशक, केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ के डा0 टी0 दामोदरन के द्वारा बागवानी फसलों को लाभकारी बनाने हेतु तकनीकों के संबंध में जानकारी दी गई, साथ ही केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, लखनऊ के वैज्ञानिक, उप कृषि निदेशक, लखनऊ आदि भी उपस्थित होकर कृषि से संबंधित विषयों पर कृषकों से चर्चा की गई।
इस प्रकार प्रदेश के 75 जनपदों में अब तक 2025 स्थानों पर विभिन्न जनप्रतिनिधि/कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि एवं सहवर्ती विभाग के अधिकारियों के द्वारा कृषकों के बीच उपस्थित होकर कृषकों को बागवानी, पौध संरक्षण, धान की सीधी बुवाई, बीज शोधन करके फसल की बुवाई, मृदा परीक्षण के लाभ एवं कम लागत की खेती, संतुलित मात्रा में उर्वरक का प्रयोग, औद्योगिक फसलें, चारा उत्पादन, पशुजनित रोगों की रोकथाम, औद्यानिक खेती, फसल बीमा, रेशम पालन, मधुमक्खी पालन, जैविक/प्राकृतिक खेती, भूमि संरक्षण की तकनीक, वृक्षारोपण के लाभ, बकरी पालन, वागवानी के पुराने पौधों का पुर्नजीवन, खाद्य प्रसंस्करण, विपणन आदि विषयों पर चर्चा की गई। साथ ही कृषकों से उनकी कृषि में आने वाली समस्याओं पर भी संवाद/चर्चा की गई एवं इसके निवारण हेतु आश्वस्त किया गया, जिसमें अब तक 252271 कृषकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के प्रति कृषकों में उत्साह बढ़ने के कारण आगामी दिवसों में कृषकों की प्रतिभागिता बढ़ने की संभावना है।
