समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ 2025 में योगी सरकार की कैबिनेट बैठक को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि महाकुंभ जैसी धार्मिक और आध्यात्मिक जगह पर राजनीति करना उचित नहीं है।बुधवार को लखनऊ में सपा ने जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि मनाई। अखिलेश यादव ने इस अवसर पर पार्टी कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।अखिलेश ने कहा कि महाकुंभ राजनीति का स्थान नहीं है, लेकिन भाजपा इसे भी अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने पुलिस-प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि भाजपा सरकार मिल्कीपुर चुनाव में पुलिस का उपयोग कर लोकतंत्र को प्रभावित कर रही है।लखनऊ में एक दिन पहले वक्फ संशोधन अधिनियम पर हुई संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक का जिक्र करते हुए अखिलेश ने भाजपा पर वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “भाजपा समाज में नफरत फैलाने और अल्पसंख्यकों की संपत्तियों पर अधिकार जमाने की साजिश कर रही है।”सपा प्रमुख ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह पार्टी समाज में नफरत का जहर घोलने का काम कर रही है। उन्होंने जनता से भाजपा के इन प्रयासों को नकारने की अपील की। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप कर रही है और पुलिस को चुनावी प्रक्रिया में उपयोग कर रही है।

Author: Sweta Sharma
I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.