निश्चय टाइम्स, डेस्क। आज 10 जून को ज्येष्ठ माह का अंतिम बड़ा मंगल पूरे श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जा रहा है। इसे बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन हनुमान जी की आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि जो भक्त इस दिन सच्चे मन और श्रद्धा से बजरंगबली की पूजा-अर्चना करते हैं, उनके जीवन से दुख, कष्ट और बाधाएं स्वतः ही दूर हो जाती हैं। इस पावन अवसर पर हनुमान मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। भक्त बजरंगबली की कृपा पाने के लिए व्रत रखते हैं, प्रसाद चढ़ाते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। जगह-जगह भंडारों का आयोजन किया गया है जहां जरूरतमंदों को भोजन, जल और प्रसाद वितरित किया जा रहा है।

बुढ़वा मंगल की यह परंपरा उत्तर भारत में विशेष महत्व रखती है और श्रद्धा एवं सेवा की अनूठी मिसाल पेश करती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हनुमान जी आज के दिन अपने विशेष रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं और उनके जीवन से हर प्रकार की बाधा दूर करते हैं। इस अवसर पर देशभर के हनुमान मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। जगह-जगह भंडारों का आयोजन किया गया है, जहां जरूरतमंदों को भोजन, प्रसाद और जल वितरित किया जा रहा है। भक्त उपवास रखते हैं, हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और हनुमान जी के चरणों में अपनी समस्याओं से मुक्ति की प्रार्थना करते हैं।

बड़ा मंगल का धार्मिक महत्व:
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ महीने के एक मंगलवार को हनुमान जी की पहली भेंट भगवान श्रीराम से हुई थी। इसी प्रसंग के कारण यह मंगलवार विशेष रूप से पूजनीय है। ज्योतिष शास्त्र में भी इस दिन को विशेष फलदायक बताया गया है। यह दिन शक्ति, भक्ति और सुरक्षा के लिए अनुष्ठानों का श्रेष्ठ समय माना गया है।





