भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने संभल में दूसरे दिन भी सर्वेक्षण कार्य जारी रखा। इस दौरान ऐतिहासिक महत्व के स्थलों और प्राचीन कुओं की जांच की गई। सर्वे का उद्देश्य इन स्थलों की प्राचीनता और ऐतिहासिक महत्व का निर्धारण करना है।
सर्वे के मुख्य बिंदु
शनिवार को टीम ने कल्कि विष्णु मंदिर और उसके पास स्थित कृष्ण कूप का निरीक्षण किया। कृष्ण कूप, जो जामा मस्जिद से कुछ दूरी पर स्थित है, झाड़ियों और गंदगी से भरा हुआ था। इसे देखते हुए नगर पालिका ने सफाई अभियान शुरू किया।
शुक्रवार को टीम ने 19 प्राचीन कुओं और 5 तीर्थ स्थलों का सर्वे किया। इनमें खग्गू सराय स्थित प्राचीन शिव मंदिर और परिसर के कुएं से कार्बन डेटिंग के लिए नमूने लिए गए।
डीएम की पहल पर शुरू हुआ सर्वेक्षण
जिला अधिकारी (डीएम) डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र लिखा था। इसके बाद एएसआई की टीम ने यहां सर्वेक्षण कार्य शुरू किया।

सर्वेक्षण के दौरान पहचाने गए स्थल
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चतुर्मुख ब्रह्म कूप, आलम सराय
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अमृत कूप, दुर्गा कॉलोनी
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अशोक कूप, मोहल्ला हल्लू सराय
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सप्तसागर कूप, सर्थलेश्वर मंदिर
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धर्म कूप, हयातनगर
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ऋषिकेश कूप, शिव मंदिर
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अकर्ममोचन कूप, संभल कोतवाली के सामने
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धरणि बाराह कूप, जामा मस्जिद चौकी
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भद्रका आश्रम तीर्थ, होज भदेसरा
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स्वर्गदीप तीर्थ/सती मठ, गांव जलालपुर
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अन्य प्राचीन कूप और तीर्थ स्थलों का भी निरीक्षण किया गया।
इन स्थलों को धार्मिक और जल संरक्षण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है। इनका काल निर्धारण और संरक्षण कार्य आवश्यक है। एएसआई की टीम ने सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 3:30 बजे तक सर्वेक्षण किया।
अगर आवश्यकता पड़ी तो एएसआई टीम को दोबारा बुलाया जाएगा। सर्वे के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Author: Sweta Sharma
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