निश्चय टाइम्स, डेस्क। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, उत्तर प्रदेश के बदायूं स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में 75वें प्रधानमंत्री दिव्यांग केंद्र (पीएमडीके) का उद्घाटन करेगा। यह केंद्र दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों को सशक्त बनाने की राष्ट्रव्यापी पहल में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री बी.एल.वर्मा, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, एएलआईएमसीओ (भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम), जिला प्रशासन के प्रतिनिधि और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री दिव्यांग केंद्र एक अनूठी पहल है जिसका उद्देश्य दिव्यांगजनों और वृद्धजनों को एक ही छत के नीचे एकीकृत सेवाएँ प्रदान करना है—जिनमें मूल्यांकन, परामर्श, वितरण और देखभाल शामिल है। ये केंद्र दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अंतर्गत एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम, एएलआईएमसीओ के द्वारा स्थापित किए जा रहे हैं। बदायूं में नव स्थापित पीएमडीके दिव्यांगजनों के लिए एडीआईपी योजना और वरिष्ठ नागरिकों के लिए राष्ट्रीय वयोश्री योजना (आरवीवाई) के अंतर्गत वृद्धजनों को सहायता उपकरण प्रदान करेगा। पात्र लाभार्थियों को ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र, वॉकर, कृत्रिम अंग और गतिशीलता सहायक जैसे उपकरण निःशुल्क प्रदान किए जाएंगे।
इस केंद्र के शुभारंभ के साथ, पूरे भारत में संचालित पीएमडीके की कुल संख्या 75 तक पहुंच गई है, और इस पहल से पहले ही 1.40 लाख से अधिक व्यक्तियों को 179.15 लाख रुपये से अधिक मूल्य के सहायक उपकरणों से लाभ पहुंचाया जा चुका है। इस केंद्र से स्थानीय लाभार्थियों के सामने आने वाली यात्रा और लॉजिस्टिक चुनौतियों को काफी कम करने की उम्मीद है, जिससे उन्हें क्षेत्रीय स्तर पर सुलभ, गरिमापूर्ण और समय पर सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी। यह आयोजन ‘सुगम्य भारत, सशक्त भारत’ के प्रति सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता और अंतिम छोर तक सेवा वितरण के माध्यम से समावेशी विकास के इसके दृष्टिकोण को दर्शाता है।

								
															
			
			



