दिवाली के नजदीक आते ही सोने-चांदी के बाजारों में रौनक बढ़ गई है, लेकिन इस चमकदार मौके पर धंधेबाजों की गतिविधियां भी तेज हो गई हैं। गोरखपुर और आसपास के इलाकों में फर्जी हॉलमार्किंग के जरिए अवैध सोने को खपाने का गोरखधंधा जोरों पर है। धंधेबाज अवैध सोने से बने आभूषणों पर फर्जी हॉलमार्किंग लगाकर बेच रहे हैं, जिससे रोजाना लगभग 25 किलो सोने के गहने इधर-उधर किए जा रहे हैं।
कैसे चल रहा है गोरखधंधा?
सूत्रों के अनुसार, जिले के हिंदी बाजार और आर्यनगर के धंधेबाज अवैध सोने से बने आभूषणों पर फर्जी हॉलमार्किंग लगा रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने चोरी-छिपे अपनी दुकानों में ही हॉलमार्किंग मशीनें लगाई हैं, जिनसे नकली ‘एचएम-750 बीआईएस’ मार्का के आभूषण तैयार किए जा रहे हैं। इस सोने की आपूर्ति गोरखपुर के विभिन्न बाजारों में हो रही है, और बिना जीएसटी बिलिंग के यह गहने ग्राहकों तक पहुंच रहे हैं।
फर्जी हॉलमार्किंग और अवैध सोना
धंधेबाज समझ गए हैं कि ग्राहक अब सिर्फ हॉलमार्क वाले गहनों की खरीदारी करना पसंद करते हैं। इसलिए वे अवैध सोने पर भी फर्जी हॉलमार्किंग कर रहे हैं ताकि इसे बैंक के सोने के भाव में बेचा जा सके। ग्राहकों को सस्ता सोना बेचने का लालच देकर वे नकली हॉलमार्किंग वाले गहने बेच देते हैं। जबकि, असली हॉलमार्क वाले गहनों की पहचान के लिए बिल के साथ जीएसटी नंबर भी होना जरूरी है।
सावधानी बरतें, फर्जीवाड़े से रहें सतर्क
त्योहार के इस मौसम में अगर आप सोने के गहने खरीदने जा रहे हैं, तो सावधानी बरतें। खरीदारी करते समय ध्यान रखें कि आपको जीएसटी नंबर के साथ पक्का बिल मिले। इसके अलावा, आप बीआईएस केयर एप के जरिए हॉलमार्क की प्रमाणिकता जांच सकते हैं। इस एप पर ज्वेलरी का एचयूआईडी नंबर डालकर आप पता लगा सकते हैं कि हॉलमार्क असली है या नहीं।
अवैध सोने की तस्करी का फैलता नेटवर्क
गोरखपुर से लेकर नेपाल तक अवैध सोने की तस्करी का जाल फैल चुका है। गोरखपुर में 77,600 रुपये प्रति दस ग्राम पर बिक रहा अवैध सोना नेपाल में 83,000 रुपये प्रति दस ग्राम के हिसाब से बेचा जा रहा है। तस्कर इसी अंतर का फायदा उठाकर नेपाल में सोना खपा रहे हैं। कुछ दिनों पहले डीआरआई ने नेपाल से लौट रहे तस्करों को सोने के साथ पकड़ा था, जिससे इस अवैध धंधे का खुलासा हुआ।
कैसे पहचानें असली और नकली हॉलमार्क?
धंधेबाजों द्वारा नकली हॉलमार्किंग से बेचे जा रहे आभूषणों से बचने के लिए ग्राहकों को हमेशा पक्की बिलिंग के साथ खरीदारी करनी चाहिए। अगर दुकानदार बाजार भाव से कम पर सोना बेच रहा है, तो पहले जांच लें कि बिलिंग पर्ची कैसी है। नकली हॉलमार्क वाले आभूषणों से बचने के लिए बीआईएस केयर एप का इस्तेमाल करें और पंजीकृत दुकानदारों से ही गहने खरीदें।
बीआईएस का कदम
त्योहारों के मद्देनजर बीआईएस ने 200 व्यापारियों को राहत दी है, जिनका मानक पंजीकरण सस्पेंड हो गया था। अब ये व्यापारी फिर से अपने पंजीकरण का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने गहनों पर एचयूआईडी मार्का लगवा सकते हैं। सोने की खरीदारी करते वक्त ग्राहकों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। फर्जी हॉलमार्किंग और अवैध सोने के गहनों से बचने के लिए पक्की बिलिंग और बीआईएस मानक की जांच सुनिश्चित करें। दिवाली की इस रौनक में सतर्क रहना ही समझदारी है, ताकि आपकी खुशियां फीकी न पड़ें।

Author: Sweta Sharma
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