मुंबई। बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति पर भारतीय अभिनेता सोनू सूद ने हाल ही में चिंता जताई है। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ होने वाली हिंसा और उत्पीड़न पर दुख व्यक्त किया। सोनू सूद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को अपनी धार्मिक पहचान के कारण विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, और उन्हें सुरक्षा और न्याय की जरूरत है।
बालीवुड अभिनेता सोनू सूद अपनी अपकमिंग फिल्म फतेह के प्रमोशन के लिए इंदौर पहुंचे। यहां उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति, युवाओं में नशे की लत और कई अन्य अहम मुद्दों पर अपनी राय दी। सोनू सूद की फिल्म फतेह में उनकी भूमिका के साथ-साथ जैकलीन फर्नांडिज और नसीरुद्दीन शाह भी अहम किरदारों में नजर आएंगे। यह फिल्म सोनू सूद के निर्देशन में बन रही है और 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

मीडिया से बातचीत करते हुए सोनू सूद ने शहर की तारीफ की और कहा, “यह काफी अच्छी बात है। यहां आकर अच्छा लगता है। इंदौर एक अच्छा संदेश दे सकता है।” इसके बाद सोनू सूद इंदौर से उज्जैन पहुंचे, जहां उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन कर अपनी फिल्म ‘फतेह’ की सफलता के लिए आशीर्वाद लिया।
सोनू सूद ने अपनी फिल्म फतेह के बारे में बात करते हुए कहा, “फतेह 10 जनवरी को देशभर में रिलीज होने के लिए तैयार है। फिल्म आम जनता की समस्याओं पर आधारित है। हम चाहते हैं कि यह फिल्म सफल हो, इसलिए यहां बाबा महाकाल के दर्शन करने और सफलता के लिए प्रार्थना करने आया हूं।” फिल्म के प्रमोशन के दौरान नशे की लत पर भी सूद ने चिंता जताई। उन्होंने कहा, “यह एक बड़ी समस्या है, और युवाओं को इससे बचाना बेहद जरूरी है।”
बालीवुड अभिनेता ने बागेश्वर पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हिंदू राष्ट्र घोषित करने के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, मैं हमेशा से हिंदू भाइयों की सपोर्ट में खड़ा हूं और आगे भी हमेशा खड़ा रहूंगा।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता पर खतरे का उल्लेख करते हुए, वहां की सरकार से इस मुद्दे पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों देशों को मिलकर इस स्थिति को सुधारने के लिए काम करना चाहिए, ताकि हर व्यक्ति को स्वतंत्र रूप से अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने का अधिकार मिल सके।
अभिनेता का यह बयान बांग्लादेश में धार्मिक असहिष्णुता और हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा के बढ़ते मामलों को लेकर उठाई गई एक महत्वपूर्ण चिंता को दर्शाता है। सोनू सूद का बयान बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रहे हिंसक घटनाओं और उत्पीड़न को लेकर चिंता का एक और उदाहरण है।
हाल के वर्षों में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हमले बढ़े हैं, जिसमें मंदिरों पर हमले, धार्मिक स्थानों को नष्ट करना और हिंदू व्यक्तियों पर हमलावरों द्वारा हमला करना शामिल है। ये घटनाएं बांग्लादेश में धार्मिक असहमति और तनाव को बढ़ाती हैं, जबकि सरकार और मानवाधिकार संगठन इस समस्या को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।
अभिनेता का यह बयान उन बढ़ती घटनाओं को लेकर चिंता को दर्शाता है, जो धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हैं। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय अल्पसंख्यक है, और उन्हें अक्सर अपनी धार्मिक पहचान और त्योहारों के दौरान उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। हाल में, दशहरे और अन्य प्रमुख हिंदू त्योहारों के दौरान, बांग्लादेश में कई मंदिरों पर हमले और धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं सामने आईं। इस प्रकार की घटनाएं न केवल हिंदू समुदाय को प्रभावित करती हैं, बल्कि यह पूरे समाज में धार्मिक तनाव को बढ़ा देती हैं।
बालीवुड अभिनेता सोनू सूद ने बांग्लादेश सरकार से अपील की है कि वह ऐसे हिंसक घटनाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और हिंदू समुदाय को सुरक्षा सुनिश्चित करें। उनका कहना है कि धर्म की स्वतंत्रता और समान अधिकार हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार होना चाहिए, और यह सुनिश्चित करना कि सभी धर्मों के लोग शांति से अपनी पूजा-पाठ कर सकें, किसी भी लोकतांत्रिक समाज का कर्तव्य है।
सोनू सूद के इस बयान ने न केवल बांग्लादेश की स्थिति को उजागर किया, बल्कि यह भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी समझ और सहयोग की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है। बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के खिलाफ आवाज़ उठाने के साथ-साथ, सोनू सूद ने यह भी कहा कि दोनों देशों को मिलकर ऐसे मुद्दों पर काम करना चाहिए ताकि हर व्यक्ति को अपनी आस्था और धर्म का पालन करने का अधिकार मिले।





