राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश प्रवक्ताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कदम पार्टी के इतिहास में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है। जयंत चौधरी ने इस निर्णय को स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती पर महत्वपूर्ण कदम बताया।
पार्टी महासचिव त्रिलोक त्यागी ने इस संबंध में एक पत्र जारी कर सभी प्रवक्ताओं के कार्यकाल को समाप्त करने की जानकारी दी। पार्टी की इस कार्रवाई ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। रालोद के इस फैसले के बाद विभिन्न स्तरों पर चर्चा का विषय बन गया है।
दरअसल, कुछ समय पहले गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब आंबेडकर पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था। इस मुद्दे पर किए गए आलोचनात्मक बयान के बाद जयंत चौधरी ने यह कदम उठाया। पार्टी की आंतरिक समिति ने माना कि ऐसे मुद्दों पर असंतोषजनक बयानों से पार्टी की छवि प्रभावित हो रही है।
राष्ट्रीय स्तर पर अब रालोद अपने नए रणनीति के तहत अपनी गतिविधियों को आगे बढ़ाएगी। पार्टी के नए प्रवक्ताओं की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। जयंत चौधरी ने कहा कि पार्टी में संगठनात्मक बदलाव जरूरी था ताकि आने वाले चुनावों में मजबूत रणनीति बनाई जा सके।
यह निर्णय पार्टी के भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, और आगामी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति के लिए पारदर्शिता और सक्रियता पर जोर दिया जाएगा।

Author: Sweta Sharma
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