दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुजुर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने राजधानी में 5.30 लाख बुजुर्गों की पेंशन योजना फिर से शुरू करने की जानकारी दी। इसके साथ ही 80,000 नए बुजुर्गों को योजना में शामिल किया गया है।
पेंशन की राशि:
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60 से 69 वर्ष के बुजुर्गों को हर महीने ₹2000।
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70 वर्ष और उससे अधिक आयु के बुजुर्गों को हर महीने ₹2500।
केजरीवाल ने बताया कि योजना को लागू कर दिया गया है और पोर्टल पर आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में ही 10,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
पेंशन राशि में वृद्धि का वादा:
केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार बनने से पहले दिल्ली में बुजुर्गों को केवल ₹1000 मासिक पेंशन मिलती थी। उनकी सरकार ने इसे दोगुना कर ₹2000 और ₹2500 तक बढ़ाया। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के बुजुर्ग देश में सबसे अधिक पेंशन पाने वाले लोगों में से हैं।
आतिशी और सौरभ भारद्वाज के बयान:
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा,
“अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली के हर तबके के लिए काम किया है। बुजुर्गों के लिए तीर्थयात्रा योजना लाई गई और पेंशन राशि बढ़ाई। भाजपा की सरकारों ने इन योजनाओं को रोकने की कोशिश की, लेकिन हमारी सरकार ने इन्हें लागू किया।”
दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिव्यांगजनों के लिए नई पेंशन योजना की घोषणा करते हुए कहा,
“दिल्ली में 60% से अधिक दिव्यांगता वाले लोगों को ₹5000 मासिक पेंशन दी जाएगी। इसके लिए भी जल्द आवेदन शुरू होंगे।”
केजरीवाल का भाजपा पर निशाना:
अरविंद केजरीवाल ने भाजपा की “डबल इंजन सरकार” पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में बुजुर्गों को कम पेंशन दी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके जेल में रहते हुए दिल्ली में पेंशन रोक दी गई थी, जिससे बुजुर्गों को परेशानी उठानी पड़ी।
दिल्ली चुनाव से पहले अहम कदम:
इस घोषणा को दिल्ली चुनाव से पहले केजरीवाल सरकार का एक बड़ा कदम माना जा रहा है। पेंशन योजना का फिर से शुरू होना और नए लाभार्थियों का जुड़ना उनकी जनता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

Author: Sweta Sharma
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