पटना: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट 2025-26 में बिहार को कई बड़ी सौगातें दी गई हैं। इनमें मखाना बोर्ड का गठन, पश्चिमी कोसी नहर परियोजना, IIT पटना का विस्तार और ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट जैसी घोषणाएं शामिल हैं। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में इन घोषणाओं को राजनीतिक नजरिए से भी देखा जा रहा है।
बिहार को क्या मिला बजट में?
-
मखाना बोर्ड: किसानों की आय बढ़ाने के लिए विज्ञान और तकनीक का सहारा लिया जाएगा।
-
ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट: बिहार में नए एयरपोर्ट विकसित किए जाएंगे, पटना एयरपोर्ट का विस्तार होगा।
-
पश्चिमी कोसी नहर परियोजना: इस परियोजना से 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को लाभ मिलेगा।
-
राष्ट्रीय फूड टेक्नोलॉजी संस्थान: पूर्वी भारत में खाद्य प्रसंस्करण को मजबूती देने के लिए बिहार में नया संस्थान स्थापित होगा।
-
IIT पटना का विस्तार: हॉस्टल और अन्य बुनियादी ढांचे का विस्तार होगा।
विपक्ष का हमला: बिहार के नाम पर अन्य राज्यों की अनदेखी?
बजट में बिहार को खास तवज्जो दिए जाने पर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “यह बजट बिहार सरकार का बजट लगता है, पूरे बजट भाषण में सिर्फ बिहार का नाम लिया गया, बाकी राज्यों की अनदेखी की गई।”
हरसिमरत कौर बादल ने इसे “किसान विरोधी बजट” बताते हुए कहा कि MSP की कानूनी गारंटी पर कोई चर्चा नहीं हुई, जिससे किसानों को निराशा हुई।
टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बजट का स्वागत किया लेकिन इसे “लॉलीपॉप बजट” करार देते हुए कहा कि बिहार को विशेष पैकेज नहीं दिया गया।
चुनाव से पहले बिहार पर फोकस
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं और राज्य में JDU-BJP गठबंधन की सरकार है। बजट में बिहार को दी गई सौगातों को चुनावी रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है। अब देखना होगा कि ये घोषणाएं बिहार की जनता को कितना प्रभावित कर पाती हैं।
Author: Sweta Sharma
I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.





