रूद्राक्ष का पौधरोपण
6 कूड़ा उठान गाड़ियों को रवाना
‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत प्लास्टिक बहिष्कार और पर्यावरण संरक्षण का आह्वान
निश्चय टाइम्स,लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. ने गुरुवार को विश्व पर्यावरण दिवस, गंगा दशहरा एवं माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के जन्म दिवस पर नगर निगम द्वारा लखनऊ के छठ घाट लक्ष्मण मेला मैदान पर आयोजित बृहद जन जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत गोमती नदी के घाट की सफाई कर की। इस अवसर पर उन्होंने आमजन से अपील की उन्हें पर्यावरण के संरक्षण तथा आने वाले पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के लिए प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए आगे आना होगा। सभी को पर्यावरण के संरक्षण के लिए पांच तत्वों जल, वायु, आकाश, पृथ्वी, अग्नि के संरक्षण का प्रयास करना होगा। इस अवसर पर एक पेड़ मां के नाम पर वृहद पौधरोपण, गोमती नदी की सफाई और प्लास्टिक का प्रयोग न करने का संकल्प लिया गया और पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक किया गया।
नगर विकास मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस 2025 वैश्विक स्तर पर ’प्लास्टिक प्रदूषण का अंत’ थीम के साथ विश्व भर में मनाया जा रहा। प्लास्टिक प्रदूषण आज एक वैश्विक महामारी बन चुकी है, जो कि पृथ्वी के सभी जीवों के लिए हानिकारक है, चाहे जलीय जीव हो,मनुष्य या पशु हो, सभी के जीवन के लिए प्लास्टिक खतरा बन चुकी है। ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज का संकट पूरे विश्व में मंडरा रहा है। पर्यावरण को संरक्षित कर जीवन में आने वाले खतरे को टाला जा सकता है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए हरित ऊर्जा एवं सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाने पर बल दिया है। अयोध्या की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए 30 प्रतिशत सौर ऊर्जा का उपयोग किया जा रहा। अयोध्या को मॉडल सोलर सिटी के रूप में विकसित किया गया। प्रदेश के अन्य नगर निगमो को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा। उन्होंने खाली स्थानो पर सोलर प्लांट लगाने का भी सुझाव दिया।
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत का संकल्प लिया था जो कि पर्यावरण संरक्षण के लिए एक मिशाल है। भारतीय संस्कृति, हमारे धर्म ग्रंथ और परम्पराए पर्यावरण के अनुकूल जीवन जीने एवं पर्यावरण संरक्षण की सीख देती है, जिसमें ’माता पृथ्वी पुत्रोंहम’ कहा गया है। भारतीय संस्कृति पर्यावरण संरक्षण के साथ जीवन जीने की कला को सिखाती है। इसमें प्रकृति, पेड़ पौधों और जलाशयों का संरक्षण करने और पूजा का विधान है। मध्यकाल में मुगलों और अंग्रेजों के शासन के दौरान भारतीय संस्कृति का पतन हुआ और हम पाश्चात्य संस्कृति के वशीभूत होकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति ध्यान नहीं दिया। लेकिन माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति एक बार पुनः अपने पुराने वैभव और गौरव को प्राप्त कर रही है। लोग अब साफ सफाई और स्वच्छता तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हो रहे है। उन्होंने कहा कि छठ पर्व पर छठ घाट में लाखों श्रद्धालु आते है, फिर भी यहां की साफ सफाई बनी रहती है। जलाशयों में पूजा सामग्री का अर्पण करने के बाद इसका जल प्रवाह न हो, इसके लिए प्रबंध करना होगा। उन्होंने नगर आयुक्त को गोमती घाटों पर जाल लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गंगा दशहरा गंगा मैया के पृथ्वी पर अवतरण के रूप में मनाया जाता है। गंगा हमारे प्रदेश की जीवनदायनी के साथ हमारे सनातन संस्कृति में सभी के लिए पूज्य,पवित्र, मोक्षदायिनी है।
श्री ए.के. शर्मा ने कहा कि प्रदेश के नगरों को वैश्विक नगरो के मानक के अनुरूप बनाने के लिए व्यवस्थापन किया जा रहा है। लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और हमारे नगर अर्थव्यवस्था के केंद्र बनेंगे। पहले नगरों में कूड़े के ढेर लगे होने से लोगों को गंदगी, बीमारी, मक्खी, मच्छर, संचारी रोगों का सामना करना पड़ता था। हमारे सफाई कर्मी सुबह 5ः00 से सफाई कार्यो में जुट जाते है, उनकी मेहनत और निष्ठा की बदौलत नगरों में साफ सफाई की व्यवस्था बनी हुई है, लेकिन अभी और परिश्रम की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लखनऊ के शिवरी प्लांट में 19 से 20 लाख टन कूड़ा कचरा का निस्तारण किया गया। ब्राज़ील एवं अन्य देशों से भी प्रतिनिधि यहां के कूड़ा प्रबंधन को देखने के लिए आ रहे।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नगर विकास मंत्री श्री शर्मा ने एक पेड़ मां के नाम पर रुद्राक्ष का पौधा रोपित कर लोगों को अधिक से अधिक पौधरोपण का संदेश दिया।लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने बट वृक्ष का पौधा रोपित किया, नगर आयुक्त एवं अपर नगर आयुक्त ने भी छठ घाट पर एक दर्जन से ज्यादा पौधों का रोपण किया। उन्होंने नगर की साफ सफाई एवं कूड़ा उठाने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा कूड़ा उठान गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
