लखनऊ। राजधानी के कैसरबाग बस स्टेशन की पार्किंग में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी का मामला सामने आया है। बीती रात बिजली विभाग की टीम ने छापा मारकर दर्जनों ई-रिक्शा और ऑटो को चोरी की बिजली से चार्ज होते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
जानकारी के मुताबिक, सोहरम इंटरप्राइसेज नामक कंपनी को कैसरबाग बस स्टेशन की पार्किंग का संचालन का ठेका मिला है। लेकिन ठेकेदार संदीप कुमार पर आरोप है कि वह सरकारी बिजली की अवैध आपूर्ति से दिन-रात ई-रिक्शा और ऑटो चार्ज कर रहा था। इससे हर माह विभाग को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा था। बिजली विभाग के अधिकारियों ने गुप्त सूचना के आधार पर यह छापा मारा, जिसमें चोरी की पुष्टि हुई। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने तत्काल बिजली की आपूर्ति बंद करवाई और आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है।
अधिकारियों का कहना है कि “बिजली चोरी एक गंभीर अपराध है और इसमें संलिप्त किसी भी व्यक्ति या संस्था को बख्शा नहीं जाएगा।” मामले की जांच जारी है और आगे और नाम सामने आने की संभावना है। इस घटना से न सिर्फ सरकारी राजस्व को नुकसान हुआ, बल्कि यह सार्वजनिक सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकता था। अब सवाल यह उठता है कि इस तरह की चोरी लंबे समय से कैसे चल रही थी और निगरानी में चूक कैसे हुई।
