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मिशन शक्ति के अंतर्गत बालिकाओं का उत्सव

उत्तर प्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत बालिकाओं और महिलाओं के अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से 3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर 2025 तक पूरे प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। विदित हो कि 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है और इसी कड़ी में यह सप्ताह बालिकाओं के जीवन, सुरक्षा, शिक्षा और सम्मान को केंद्र में रखकर विभिन्न गतिविधियों के रूप में आयोजित किया जाएगा।

इरा राप्ताह की शुरुआत 3 अक्टूबर को “ड्रायविंग माय ड्रीम्स’ कार्यक्रम से होगी, जिरामें जिला प्रशारान द्वारा ग्रामीण और दूरस्थ अंचलों से चयनित वयस्क महिलाओं एवं बालिकाओं हेतु न्यूनतम एक माह की अवधि का ड्राइविंग कोर्स प्रारंभ किया जाएगा। प्रत्येक जनपद में कम से कम 100 बालिकाओं एवं महिलाओं को ड्रायविंग का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और माह के अंत तक उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रयास केवल कौशल विकास तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि दूर-दराज क्षेत्रों की बालिकाओ को आत्मनिर्भर बनने और अपने भविष्य के लिए नए अवसर खोजने में मदद करेगा।

4 अक्टूबर को ‘पर्सनल सेफ्टी अवेयरनेस” कार्यक्रम के अत्तर्गत बालिकाओ और महिलाओं को उनकी सुरक्षा और आत्मरक्षा से जुडे विभिन्न विषयों पर जागरूक किया जाएगा। सस्थाओ और विद्यालयो मे सत्रो का आयोजन किया जाएगा, जिसमे विशेषज्ञ यह बताएँगे कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में बालिकाएँ या महिलाये स्वयं का बचाव कैसे कर सकती हैं। 6 अक्टूबर को सभी बाल देखरेख संस्थानों में ‘सेल्फ डिफेंस वर्कशॉप आयोजित की जाएगी, जिसका उद्देश्य बालिकाओं को आत्मरक्षा के व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है। 7 अक्टूबर को ‘एक दिन की जिलाधिकारी कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसके अंतर्गत चयनित बालिकाओं और युवतियों को एक दिन के लिए डीएम की जिम्मेदारी निभाने का अवरार मिलेगा। इस अभिनव पहल से बालिकाओं को प्रशारानिक और संवैधानिक जिम्मेदारियों को करीब से समझने और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का अवसर मिलेगा। 8 अक्टूबर को ब्लॉक स्तर पर ‘कन्या जन्मोत्सव मनाया जाएगा, जिसमें सरकारी चिकित्सालयों में जन्मी बालिकाओं और उनकी माताओं को सम्मानित किया जाएगा तथा माँ-बेटी’ का सामूहिक अभिनंदन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण भी होगा, ताकि बालिकाओं के जन्म को प्रकृति और संरक्षण के साथ जोडा जा सके।

9 अक्टूबर को “बाल विवाह को न” विषय पर कार्यक्रम के अत्तर्गत रोके गए बाल विवाहों में शामिल बालिकाओ को सम्मानित किया जाएगा और उनकी चुनौतियों एव संकल्पों पर विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी। 10 अक्टूबर को ‘व्यक्तिगत स्वच्छता संवाद’ कार्यक्रम के अतर्गत किशोरियों और महिलाओ को व्यक्तिगत एव मासिक धर्म स्वच्छता के विषय पर विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा। इस कार्यक्रम में सैनिटरी पैड के सुरक्षित प्रयोग एवं

निस्तारण पर भी विशेष जानकारी दी जाएगी। सप्ताह का समापन 11 अक्टूबर को ‘शक्ति संवाद” कार्यक्रम के आयोजन के साथ होगा। इसमें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोविड एवं सामान्य, आदि योजनाओं की लाभार्थी बालिकाओं और महिलाओं को जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों के साथ संवाद का अवसर मिलेगा। इस संवाद में बालिकाएँ और महिलाएँ अपनी चुनौतियाँ साझा करेगी और उन्हें दूर करने के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा।

महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश की अपर मुख्य सचिव लीना जोहरी ने कहा, “मिशन शक्ति के अंतर्गत अब तक घर-घर जागरूकता, नुक्कड नाटक, साइक्लोथॉन और कन्या पूजन जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में बेटियों के प्रति सम्मान और सशक्तिकरण का संदेश पहुँचाया गया है। अंतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह इसी कडी को आगे बढाते हुए बालिकाओं और महिलाओं को उनके अधिकारों, अवसरों और संभावनाओं से जोडने का एक सशक्त प्रयास है। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बेटी या महिला केवल योजनाओं की जानकारी तक सीमित न रहे, बल्कि वास्तविक रूप से उनका लाभ प्राप्त करे और आत्मनिर्भर समाज के निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाए।”

उल्लेखनीय है कि उक्त कार्यक्रमों के माध्यम से मिशन शक्ति के 5वें चरण में दिनांक 22 सितम्बर से-01 अक्टूबर, 2025 के मध्य विभाग द्वारा अभी तक 13,04,784 व्यक्तियों तक अपनी पहुँच बनाई गई है।

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Author: ntuser1

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