लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक लखनऊ विश्वविद्यालय के अटल बिहारी सभागार में 5 जनवरी 2025 को संपन्न हुई। इस बैठक में विभिन्न विभागीय संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए। चिकित्सा, स्वास्थ्य, आशा, सिंचाई, विश्वविद्यालय संघ, कृषि समेत 50 से अधिक विभागों के प्रतिनिधि इस महत्वपूर्ण बैठक में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष जेएन तिवारी ने की। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नववर्ष के अवसर पर भेंट की और कर्मचारियों की समस्याओं पर भी गहन विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की समस्याओं पर मुख्यमंत्री से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जल्द ही इन कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
बैठक में आए अन्य जनपद के पदाधिकारियों ने भी अपने-अपने विचार अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत किए। कार्यकारिणी की बैठक में सभी विभागों के प्रतिनिधियों ने जेएन तिवारी के नेतृत्व में अपनी आस्था संगठन में व्यक्त की।
संयुक्त परिषद के उपाध्यक्ष एवं चिकित्सा स्वास्थ्य चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र कुमार पांडे ने वेतन विसंगतियों और आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारियों के शोषण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री को इन मुद्दों पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि आउटसोर्सिंग, आशा बहूओ की समस्याएं प्रदेश की बड़ी समस्याओं में से एक हैं।
इस बैठक में विश्वविद्यालय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के महामंत्री रिंकू राय, सिंचाई विभाग से परमानंद चतुर्वेदी, सूचना फोटोग्राफी संघ के अध्यक्ष अतुल मिश्रा और परिषद के महामंत्री अरुणा शुक्ला समेत अन्य सभी पदाधिकारियों ने सभा को संबोधित किया। सभी ने कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए एकजुटता और संगठन की शक्ति को बढ़ाने का संकल्प लिया।
बैठक में कर्मचारियों के हितों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रस्तावों पर भी विचार-विमर्श किया गया। सभी पदाधिकारियों ने एक स्वर में सरकार से कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करने की मांग की।
