आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर जागरूकता फैलाती हैं
यू-विन पोर्टल से हो रहा डिजिटल पंजीकरण, सोशल मीडिया से जुड़ी प्रचार रणनीति
पल्स पोलियो कार्यक्रम के एक भाग के रूप में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस जैसे विशेष टीकाकरण अभियान हर साल चलाए जाते हैं
निश्चय टाइम्स, डेस्क। देश में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए चलाए जा रहे नियमित टीकाकरण अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए केंद्र सरकार ने व्यापक कदम उठाए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने लोकसभा में जानकारी दी कि बच्चों को 11 प्रकार के टीके निःशुल्क लगाए जाते हैं। इनमें शामिल हैं: हेपेटाइटिस-बी, ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी), बीसीजी, इंजेक्टेबल पोलियो वैक्सीन (आईपीवी), पेंटावैलेंट, रोटावायरस, न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी), खसरा-रूबेला (एमआर), डीपीटी, टीडी और जापानी एन्सेफलाइटिस (जेई)।
सरकार द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में साप्ताहिक आधार पर टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाते हैं। आशा कार्यकर्ता लाभार्थियों को समय और स्थान की जानकारी देकर उन्हें प्रेरित करती हैं। साथ ही सूचना, शिक्षा और संवाद (IEC) गतिविधियों के ज़रिए बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाई जाती है। इस कार्य में टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया, यूट्यूब पॉडकास्ट और सामुदायिक मीटिंग्स का सहारा लिया जाता है। सरकार ने राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर टीकाकरण कार्यबल (STFI, DTFI, BTFI) गठित किए हैं ताकि अभियान की निगरानी और क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके। साथ ही, मिशन इंद्रधनुष, कैच-अप कैंपेन और विशेष राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (NID) जैसे प्रयास लगातार जारी हैं। टीकाकरण से जुड़ी सारी गतिविधियों का डिजिटल पंजीकरण यू-विन पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता और दक्षता दोनों में वृद्धि हुई है।
