उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि सपा के नेता खुद को समाजवादी कहते हैं, लेकिन उनका राम मनोहर लोहिया की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है। योगी ने आरोप लगाया कि सपा के लोग लोहिया के आदर्शों और आचरण से कोसों दूर हैं।
सीएम योगी ने महाकुंभ 2025 को भारत की गौरवशाली परंपराओं का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया, जो विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन बना। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के मीडिया ने इसकी प्रशंसा की और इसे चमत्कारी आयोजन करार दिया।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ हमारे लिए अग्निपरीक्षा थी, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों ने सफलता हासिल की। यह आयोजन सिर्फ आध्यात्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण रहा। योगी ने बताया कि महाकुंभ से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का लाभ होने की उम्मीद है।
महाकुंभ से आम जनता को हुए आर्थिक लाभ का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक नाविक ने 45 दिनों में 23 लाख रुपये कमाए, यानी उसकी औसत दैनिक कमाई 50 हजार रुपये रही। इसी तरह अन्य व्यवसायों से जुड़े लोगों को भी भारी लाभ हुआ।
सीएम योगी ने सपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी नकारात्मक राजनीति जनता की आस्था को हिला नहीं पाई। उन्होंने दावा किया कि सनातन धर्म के प्रति सपा का नकारात्मक रुख उनकी पिछली हार की वजह बना और 2027 में भी जनता उन्हें पूरी तरह नकार देगी।

Author: Sweta Sharma
I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.