रामलला के किए दर्शन, बच्चों को बांटे उपहार
दिवाली के अगले दिन अयोध्या में एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निषाद और वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ दीपावली का पर्व मनाया। सुबह 6 बजे सरयू अतिथि गृह से निकलकर सीएम योगी पहले हनुमानगढ़ी पहुँचे जहाँ उन्होंने प्रभु बजरंगबली के दर्शन किए। इसके बाद वह श्रीराम जन्मभूमि पहुँचे और रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई, आरती उतारी और मंदिर की परिक्रमा की।
रामलला के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री वाल्मीकि समाज के लोगों से मिले और उनके साथ दिवाली मनाई। उन्होंने कंधरपुर की निषाद बस्ती में पहुंचकर समाज के लोगों से संवाद किया और बच्चों को उपहार वितरित किए। इस दौरान सीएम ने कहा कि “दीपावली जैसे पर्व समाज के हर वर्ग को जोड़ते हैं। निषाद और वाल्मीकि समाज हमारी संस्कृति की आत्मा हैं।”
दीपोत्सव 2025 का नया विश्व रिकॉर्ड
अयोध्या ने इस बार दीपोत्सव में एक बार फिर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। राम की पैड़ी के 56 घाटों पर 29 लाख 25 हजार 051 दीये प्रज्ज्वलित किए गए, जिनमें से 26 लाख 17 हजार 215 दीयों के अनवरत जलते रहने का विश्व रिकॉर्ड बना। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने मौके पर गणना कर इसकी घोषणा की और प्रमाणपत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा।
मुख्यमंत्री के साथ कई मंत्री, संत-धर्माचार्य और विदेशी मेहमान भी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने। राम की पैड़ी पर जयश्रीराम के नारों से पूरा अयोध्या गूंज उठा।
हनुमानगढ़ी से लेकर मलिन बस्ती तक पहुंचा संदेश
रामलला के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री योगी अयोध्या के देवकाली वार्ड के मातगैड स्थित मलिन बस्ती पहुँचे। यहाँ उन्होंने एससी समाज के लोगों के साथ दिवाली मनाई, प्रसाद वितरित किया और सफाईकर्मियों को बधाई दी। योगी ने कहा, “जो लोग पूरे नगर को स्वच्छ रखते हैं, उनका मोहल्ला भी साफ होना चाहिए। आपने यह उदाहरण प्रस्तुत किया है।”
सीएम ने लोगों से स्वच्छता अपनाने और एकजुटता बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि “दीपावली का असली संदेश यही है कि अंधकार मिटाकर प्रकाश फैलाया जाए, और यह तभी संभव है जब समाज के सभी वर्ग साथ आएं।”
सरयू आरती ने भी बनाया नया कीर्तिमान
दीपोत्सव के दौरान सरयू आरती ने भी विश्व रिकॉर्ड कायम किया। इस बार 2158 अर्चक एवं मातृ शक्तियों ने एक साथ आरती कर नया इतिहास रचा। पिछले वर्ष यह रिकॉर्ड 1100 अर्चकों ने बनाया था। सीएम योगी, महंत शशिकांत दास, महंत जनार्दन दास समेत कई मंत्री और संत इस दौरान उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने पूरे आयोजन की सफलता पर कहा, “अयोध्या की धरती से रामराज्य का संदेश दुनिया तक जा रहा है। यह दीपोत्सव समाज के हर वर्ग को समान सम्मान देने का प्रतीक है।
