उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में “वंदे मातरम” राष्ट्रगीत का गायन अब अनिवार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय युवाओं में राष्ट्रभक्ति और मातृभूमि के प्रति सम्मान की भावना को मजबूत करेगा।
योगी आदित्यनाथ ‘एकता यात्रा’ और ‘वंदे मातरम’ के सामूहिक गायन कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, “हमें सरदार वल्लभभाई पटेल को अपनी चर्चाओं का हिस्सा बनाना चाहिए। जिस प्रकार लौहपुरुष सरदार पटेल ने अखंड भारत की नींव रखी, उसी भावना को आगे बढ़ाने के लिए ‘वंदे मातरम’ के गायन को प्रत्येक विद्यालय में अनिवार्य किया जाएगा, ताकि हर छात्र भारत माता के प्रति गर्व और समर्पण की भावना से ओत-प्रोत हो।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 अक्टूबर को देशभर के हर जिले में “रन फॉर यूनिटी” यानी राष्ट्रीय एकता दौड़ का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर भाजपा समेत कई संस्थाओं ने सरदार पटेल के जीवन, कार्य और उनके योगदान पर केंद्रित कार्यक्रम आयोजित किए। साथ ही, सरकार ने भी राष्ट्रीय एकता और स्वदेशी-आत्मनिर्भर भारत की अवधारणाओं को जन-जन तक पहुँचाने के लिए कई जनजागरण अभियानों की शुरुआत की है।
योगी ने कहा कि “वंदे मातरम” केवल एक गीत नहीं बल्कि भारत की आत्मा का प्रतीक है, जो नागरिकों को एकता, श्रद्धा और देशभक्ति के सूत्र में बाँधता है। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश की नई शैक्षणिक नीति का अभिन्न हिस्सा बनाने की बात भी कही। मुख्यमंत्री का मानना है कि इससे नई पीढ़ी में संस्कार और राष्ट्रप्रेम की भावना और गहरी होगी।
इस मौके पर सीएम योगी ने उत्तराखंड के स्थापना दिवस पर वहां की जनता को शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “देवभूमि उत्तराखंड के स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में राज्य निरंतर प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है। बाबा केदारनाथ जी से प्रार्थना है कि यह भूमि विकास की नई ऊँचाइयाँ छुए।”





