अयोध्या में 25 नवंबर को होने वाले राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले तैयारियां तेज कर दी गई हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या पहुंचकर पूरे कार्यक्रम की समीक्षा करेंगे। सीएम योगी दोपहर बाद अयोध्या आएंगे और यहां रामजन्मभूमि परिसर में प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री योगी कार्यक्रम स्थल, ध्वजारोहण समारोह से जुड़े स्थानों और सुरक्षा तैयारियों का निरीक्षण करेंगे। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत की मौजूदगी में होने वाले समारोह की रूपरेखा को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए जाएंगे।
इस बीच राम मंदिर में सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए एक बड़ा निर्णय लिया गया है। अब कोई भी मेहमान मोबाइल फोन लेकर मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। पहले मेहमानों को मोबाइल ले जाने की अनुमति थी, लेकिन दिल्ली में हाल ही में हुए विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ाने की सलाह दी, जिसके बाद ट्रस्ट और प्रशासन ने संयुक्त समीक्षा कर यह फैसला लिया है।
ध्वजारोहण समारोह में पीएम मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित करीब 8,000 विशेष मेहमान शामिल होंगे। पहले भेजी गई आमंत्रण जानकारी में सुबह 8 से 10 बजे के बीच प्रवेश की अनुमति थी और मोबाइल साथ रखने की छूट थी, लेकिन अब मेहमानों को पूरी तरह खाली हाथ मंदिर पहुंचना होगा। ट्रस्ट की ओर से भोजन और जलपान की व्यवस्था पहले से की जाएगी।
सुरक्षा एजेंसियों ने रामजन्मभूमि परिसर में अतिरिक्त मेटल डिटेक्टर, डॉग स्क्वॉड, हाईटेक कैमरे और 24×7 सर्विलांस बढ़ा दिया है। प्रशासन ने सभी आगंतुकों से अनुरोध किया है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए सहयोग करें, ताकि समारोह सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से सम्पन्न हो सके।





