उत्तर प्रदेश विधानसभा में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा पर कड़ा रुख अपनाते हुए विपक्ष और दंगाइयों पर तीखा हमला किया। उन्होंने चेतावनी दी कि ‘जिसने पत्थरबाजी की होगी, जिसने माहौल खराब किया होगा, वह बच नहीं सकेगा।’ सीएम ने दंगों के इतिहास का हवाला देते हुए संभल की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए और इसे सांप्रदायिक तनाव का पुराना केंद्र बताया।
सीएम योगी के भाषण की 5 प्रमुख बातें
1. मस्जिद के सामने से शोभायात्रा क्यों नहीं?
सीएम योगी ने सवाल उठाया कि मुस्लिम मोहल्लों और मस्जिदों के सामने से हिंदू शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती? उन्होंने कहा, “अगर हिंदू मोहल्लों से मुस्लिम जुलूस निकल सकता है, तो मस्जिदों के सामने से शोभायात्रा निकलने में क्या समस्या है?” उन्होंने बहराइच हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि गोली घर के अंदर से चलाई गई, जिससे राम गोपाल मिश्रा की हत्या हुई।
2. ‘जय श्रीराम’ का नारा सांप्रदायिक नहीं
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “राम हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं। हमारे हर कार्य में राम का नाम जुड़ा हुआ है। ‘जय श्रीराम’ चिढ़ाने वाला नारा नहीं है, बल्कि यह हमारी पहचान का प्रतीक है।” उन्होंने विपक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि “राम-राम का संबोधन हमारे पूर्वजों की परंपरा का हिस्सा है।”
3. संभल में दंगों का इतिहास
सीएम योगी ने कहा कि संभल में 1947 से दंगों का इतिहास रहा है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 1947 से अब तक 209 हिंदुओं की हत्या हुई है। उन्होंने कहा, “1947, 1958, 1978 जैसे कई वर्षों में संभल में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। 1978 में तो 184 हिंदुओं को जिंदा जला दिया गया था।”
4. दंगाइयों को कड़ी चेतावनी
योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा, “संभल हिंसा में शामिल एक भी पत्थरबाज बच नहीं पाएगा।” उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा, लेकिन यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि माहौल खराब करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो।
5. संभल में हिंसा का कारण और समाधान
सीएम योगी ने बताया कि संभल में 19 से 24 नवंबर तक शांति बनी रही, लेकिन 23 नवंबर को जुमे की नमाज के दौरान भड़काऊ तकरीरों के कारण माहौल खराब हुआ। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जुडिशियल कमीशन बनाएगी और रिपोर्ट सदन में पेश की जाएगी।
संभल में हिंसा कैसे भड़की?
मुख्यमंत्री ने कहा कि संभल में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत सर्वे किया जा रहा था, लेकिन जुमे की नमाज के दौरान माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। उन्होंने दंगों को लेकर प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए और इसे सुधारने का भरोसा दिलाया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा और राज्य में सांप्रदायिक तनाव को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने दंगाइयों और विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कानून और व्यवस्था को सख्ती से लागू करने का संकल्प लिया। उनकी यह चेतावनी यूपी की राजनीति और प्रशासन के लिए अहम संकेत है।

Author: Sweta Sharma
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