वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने पर्यावरण संरक्षण और धार्मिक परिसर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। 11 अगस्त 2025 से मंदिर परिसर में प्लास्टिक सामग्री के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया जाएगा। इस संबंध में मंदिर प्रशासन द्वारा पोस्टर जारी कर श्रद्धालुओं को जानकारी दी गई है।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कोई भी श्रद्धालु अब प्लास्टिक के कंटेनर, बोतल, थैली या किसी भी प्रकार की प्लास्टिक पैकिंग में जल, दूध, माला या पूजन सामग्री लेकर मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। यह निर्णय मंदिर परिसर को स्वच्छ, पवित्र और प्लास्टिक मुक्त रखने के उद्देश्य से लिया गया है। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि दिसंबर 2024 में यह निर्णय लिया गया था, लेकिन अब 11 अगस्त से इसे सख्ती से लागू किया जाएगा। सावन के पहले दिन से ही जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें श्रद्धालुओं को वैकल्पिक उपायों के बारे में बताया जा रहा है।
प्रशासन ने मंदिर परिसर और उसके आसपास कई पोस्टर लगाए हैं, साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी श्रद्धालुओं को जागरूक किया जा रहा है। प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग से मंदिर क्षेत्र में स्वच्छता और धार्मिक वातावरण प्रभावित हो रहा था, जिसके मद्देनज़र यह कड़ा कदम उठाया गया है। मंदिर प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से इस अभियान में सहयोग की अपील की है ताकि काशी विश्वनाथ धाम को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील और आदर्श धार्मिक स्थल बनाया जा सके।

Author: Sweta Sharma
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