संभल : यूपी के संभल में हिंसा का मामला लगातार गरमाता जा रहा है, और इस मुद्दे पर जमकर सियासत देखने को मिल रही है। इस बीच, हिंसा में पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के लिए कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज वहां जाने वाला था, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस में आक्रोश की लहर दौड़ गई है।
यूपी के संभल में हुई हिंसा को आज 9 दिन हो चुके हैं लेकिन ये मुद्दा अभी भी गरमाया हुआ है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। इस बीच कांग्रेस का एक डेलिगेशन संभल जाने वाला था लेकिन उन्हें रोक दिया गया। पुलिस ने हिंसा प्रभावित संभल का दौरा न करने को कहा है। संभल में पहले से ही प्रशासन ने बीएनएस की धारा 163 लगाई हुई है। लखनऊ पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को नोटिस जारी कर हिंसा प्रभावित संभल का दौरा न करने को कहा है।
अजय राय को दिए गए नोटिस में उन्हें बताया गया है कि संभल जिले में शांति और सांप्रदायिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए वो जनहित में सहयोग करें। इस बीच अजय राय का बयान आया है। उन्होंने कहा कि हम संभल जा कर रहेंगे। हम पूरी ताकत के साथ गांधीवादी तरीके से वहां जाने की कोशिश करेंगे। इससे पहले सपा का प्रतिनिधिमंडल संभल दौरे पर जाने वाला था लेकिन उन्हें भी रोक दिया गया था। जिसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी भड़क उठे। ऐसे में सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर कांग्रेस और सपा नेताओं को वहां जाने से क्यों रोका जा रहा है आखिर इसके पीछे की वजह क्या है।
