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भारत में पहुंचा मंकीपॉक्स का खतरनाक स्ट्रेन ‘क्लेड 1बी’, स्वास्थ्य आपातकाल की दी गई चेतावनी

मंकीपॉक्स संक्रमण, जो कुछ वर्षों पहले तक मुख्य रूप से अफ्रीकी देशों में देखा जाता था, अब वैश्विक स्तर पर चिंता का कारण बन गया है। यूएस, यूके और एशियाई देशों सहित, यह बीमारी लगभग हर जगह फैल चुकी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मंकीपॉक्स को एक बड़ा खतरा मान रहे हैं, क्योंकि इसके कारण गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं और मौतों का जोखिम अधिक रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पिछले दो सालों में इस बढ़ते खतरे को देखते हुए दो बार इसे ‘वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल’ घोषित किया है।

भारत में मिला क्लेड 1बी स्ट्रेन का पहला मामला 

हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंकीपॉक्स का वही खतरनाक स्ट्रेन, ‘क्लेड 1बी’, जो दुनियाभर में आपातकाल का कारण बना, अब भारत में भी पहुंच गया है। केरल के मलप्पुरम जिले में इसका पहला मामला सामने आया है, जिसमें 38 वर्षीय व्यक्ति, जो हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात से लौटा था, इस खतरनाक स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया। यह दक्षिण एशिया में क्लेड 1बी का पहला केस है, जो इसे और भी चिंताजनक बनाता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रवक्ता मनीषा वर्मा ने इस मामले की पुष्टि की है और बताया कि भारत में यह नया स्ट्रेन अब सक्रिय हो चुका है। इससे पहले भारत में मंकीपॉक्स के जो मामले सामने आए थे, वे ‘क्लेड 2’ स्ट्रेन से जुड़े थे, जो 2022 और 2023 में वैश्विक स्तर पर फैलने वाला स्ट्रेन था। क्लेड 2 की तुलना में, क्लेड 1 और इसके वेरिएंट्स, जैसे ‘क्लेड 1बी’, को ज्यादा खतरनाक और घातक माना जाता है।

क्लेड 1बी क्यों है ज्यादा खतरनाक?

वैज्ञानिकों ने मंकीपॉक्स वायरस को दो प्रमुख स्ट्रेन में बांटा है: क्लेड 1 और क्लेड 2। क्लेड 1 और इसके सब-वेरिएंट्स, विशेष रूप से क्लेड 1बी, को अधिक घातक और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण माना जाता है। मंकीपॉक्स के क्लेड 1बी स्ट्रेन की सबसे पहले पहचान डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में हुई थी, और वहां से यह पड़ोसी देशों में फैल गया। अगस्त 2023 में अफ्रीका के बाहर पहली बार इसका संक्रमण स्वीडन और थाईलैंड में देखा गया था, और अब यह भारत में भी पाया गया है।

क्लेड 2 स्ट्रेन की तुलना में क्लेड 1बी अधिक घातक

क्लेड 2 स्ट्रेन, जो मुख्य रूप से पश्चिमी अफ्रीका में देखा गया था, संक्रामक तो है, लेकिन इसके लक्षण अपेक्षाकृत हल्के होते हैं। इसमें त्वचा पर घाव और लिम्फ नोड्स में सूजन जैसे लक्षण आम होते हैं, और इसके कारण मौत का जोखिम भी बहुत अधिक नहीं होता। हालांकि, क्लेड 1बी स्ट्रेन में संक्रमण तेजी से फैलता है, और इसके कारण गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे गंभीर खतरे के रूप में देख रहे हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी और तैयारी

डब्ल्यूएचओ और भारत के स्वास्थ्य विभाग ने इस नए स्ट्रेन के फैलने को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए विशेष टीमें तैनात की जा रही हैं, और संक्रमित लोगों को आइसोलेशन में रखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि समय पर नियंत्रण न किया गया तो यह संक्रमण भारत में भी बड़े पैमाने पर फैल सकता है।
मंकीपॉक्स का क्लेड 1बी स्ट्रेन गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकता है, इसलिए लोगों को इस संक्रमण के प्रति सतर्क रहने और उचित सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
Sweta Sharma
Author: Sweta Sharma

I am Sweta Sharma, a dedicated reporter and content writer, specializes in uncovering truths and crafting compelling news, interviews, and features.

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